नवादाः बिहार के नवादा से एक फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार (Fake teacher arrested from Nawada ) किया है. वह फर्जी प्रमाणपत्र पर शिक्षक की नौकरी कर रहा था. नरहट थाना क्षेत्र के कुशा गांव में गुरुवार को छापेमारी फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया. फर्जी शिक्षक की पहचान रामस्वरूप यादव के पुत्र दयानंद यादव के रूप में की गई है. वह लंबे समय से फरार चल रहा था. गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. रजौली थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बुधवार की देर रात्रि एसआई इंद्रदेव राम और पुलिस बलों के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया.
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लंबे समय से पुलिस की पकड़ से था दूर: फरार चल रहे फर्जी शिक्षक की गिरफ्तारी के बाद प्रखंड क्षेत्र में फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल अन्य शिक्षकों में खलबली मच गई है. सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच निगरानी द्वारा की जा रही है. देर से ही सही लेकिन उन सभी फर्जी शिक्षकों पर दुरुस्त कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है. 17 अगस्त 2021 को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दिगंबर ठाकुर ने रजौली थाने में लिखित शिकायत दर्ज काराई थी. आवेदन में कहा गया था कि प्रखंड के बहादुरपुर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय महियारा में जाली प्रमाण पत्र बनाकर मदन कुमार पिता जगदीश प्रसाद, ग्राम कुशा, थाना नरहट, जिला नवादा के निवासी के नाम पर शिक्षक के पद पर पदस्थापित है.
पिछले साल ही की गई थी शिकायतः पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. तब से ही गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत थी, लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा था. दरअसल, नरहट थाना क्षेत्र के कुशा गांव के रहने वाले मदन कुमार ने लिखित आवेदन देकर इस बात की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी थी कि दयानंद फर्जीवाड़ा कर मदन कुमार के नाम से नौकरी कर रहे हैं. उन्हीं के लिखित आवेदन के आलोक में शिक्षा विभाग ने पूरे मामले की तह तक जाकर जांच की थी. इसके बाद कार्रवाई हुई.