नवादा: डीएम यशपाल मीणा ने शनिवार को समाहरणालय कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने मुख्य रूप से कोविड-19 विषय को लेकर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर स्क्रीनिंग टेस्ट सर्वे का कार्य किया गया था. वो सर्वे रिपोर्ट उपलब्ध करायें. ताकि ये पता चल सके कि किस घर में कौन सी बीमारी से लोग पीड़ित हैं.
हाउस टू हाउस स्क्रीनिंग टेस्ट
सिविल सर्जन विमल प्रसाद सिंह ने वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे हाउस टू हाउस स्क्रीनिंग टेस्ट, सर्वे आशा और एएनएम की ओर से की जाने वाले सर्वे की जानकारी डीएम को दी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक लगभग 20 हजार हाउस टू हाउस सर्वे का कार्य किया गया है. जिले में लगभग 4 लाख 15 हजार हाउस होल्ड है. जिसका सर्वे कार्य का फाइनल राउन्ड का कार्य स्वास्थ्य विभाग कर रहा है.
रैंडम जांच करने का निर्देश
सर्वे कार्य में डिजीज की पहचान जैसे कि टीवी, किडनी, मधुमेह, अस्थामा, कैंसर, हर्ट, गर्भवती महिला को चिह्नित कर बीमारी का इलाज सुनिश्चित किया जाएगा. डीएम ने खासकर 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को चिह्नित करना सुनिश्चित करने को कहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर सर्वे में बीमारी से ग्रसित लोगों की रैंडम जांच करने के लिए डब्लूएचओ, यूनिसेफ और केयर के अधिकारी को निर्देश दिया है. ताकि रोगी को उचित उपचार कर तुरंत स्वस्थ किया जा सके.
आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि जिला स्तर पर बीमारी से ग्रसित लोगों का फोल्डर बनाकर गुगल ड्राइव पर डालें. साथ ही लिंक को शेयर करें. इस कार्य में यूनिसेफ केयर और डब्लूएचओ की सहभागिता होना सुनिश्चित करें. कोविड-19 से संबंधित समीक्षा के क्रम में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुदृढ़ करने और सैम्पलिंग कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि पीएचसी स्तर पर स्थानीय फंक्सनरी को सुदृढ़ करें. ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य संबंधी उपचार आसानी से मुहैया कराई जा सके. इस बैठक में उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी, सिविल सर्जन डॉ.विमल प्रसाद, जिला कल्याण पदाधिकारी प्रशांत अभिषेक, डीआईओ डॉ.अशोक, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, डीपीएम जाफरी, डब्लूएचओ और यूनिसेफ के पदाधिकारी उपस्थित रहे.