नवादा: जिले के 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव की तैयारियां जारी हैं. इस बीच हिसुआ विधानसभा का चुनाव काफी रोचक मोड़ पर आ गया है. दरअसल, यहां से कई प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन जनता की मानें तो मुकाबला महागठबंधन कांग्रेस प्रत्याशी नीतू कुमारी और एनडीए भाजपा प्रत्याशी अनिल सिंह के बीच हो रहा है.
लोगों का कहना है कि इस बार सत्ता बचाव और सत्ता परिवर्तन के नारे को लेकर चुनाव हो रहा है. कुछ लोग जहां परिवर्तन का गीत गा रहे हैं, वहीं कुछ लोग सत्ता बचाने की अपनी चाल चल रहे हैं. हिसुआ में राजनीतिक ध्रुवीकरण काफी तेजी से बदलता है. यहां का मुख्य वोट बाहुल्य भूमिहार समाज है. एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी भी इसी समाज से आते हैं.
मतदाताओं को गोलबंद करने की कोशिश
फिलहाल जिले में मतदाताओं को अपनी ओर करने की कवायद जारी है. एनडीए प्रत्याशी के लिए जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित कर चुके हैं वहीं, महागठबंधन कांग्रेस प्रत्याशी नीतू कुमारी के पक्ष में वोट मांगने के लिए कांग्रेस के राहुल गांधी का भी कार्यक्रम 23 अक्टूबर को संभावित माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह सीट दोनों गठबंधन के लिए काफी इज्जत का सवाल बन गई है. इसे बचाने के लिए एनडीए और महागठबंधन के नेता अपने सब तरकीब चल सकते हैं.
राजनीति से प्रत्याशियों का नाता
बता दें कि नीतू कुमारी जहां पूर्व राज्य मंत्री आदित्य सिंह की पुत्रवधू होने के नाते अपनी देवरानी कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष आभा देवी के साथ प्रतिदिन मतदाताओं के बीच घूम रही हैं. वहीं भाजपा के अनिल सिंह भी अपने समर्थकों के साथ विकास की दुहाई और नरेंद्र मोदी-नीतीश कुमार के कार्यों को देखते हुए वोट देने की अपील कर रहे हैं. आगामी 28 अक्टूबर को यहां मतदान होना है.
वारिसलीगंज में रोचक मुकाबला
वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र में भी काफी रोचक मुकाबला है. वहां से एनडीए और महागठबंधन के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आरती सिन्हा भी अच्छी पकड़ बना रखी है. एनडीए प्रत्याशी भाजपा की अरुणा देवी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं. वह कहती है कि बिहार के वारसलीगंज में स्वास्थ्य सेवा, जल, नल, बिजली आदि में काफी सुधार हुआ है. लोग विकास पुरुष नीतीश कुमार के नाम पर वोट देंगे. वही महागठबंधन कांग्रेस के प्रत्याशी सतीश कुमार मंटन सिंह भी महागठबंधन के लिए वोट मांग रहे हैं.