नवादाः जिले में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. फसल की हुई भारी क्षति से किसान लाचार हो गए हैं. यहां के किसान सूखे की मार से उबर भी नहीं पाए थे कि बेमौसम बरसात ने तेलहन, दलहन और गेंहू की फसलों को बर्बाद कर दिया है.
58 फीसदी फसल बर्बाद
कृषि विभाग की माने तो जिले में कुल 76 हजार 375 हेक्टेयर में फसल अच्छादित हुई थी. लेकिन बेमौसम बारिश की वजह से करीब 44 हजार 286 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है जो कि 58 फीसदी है. इसका आंकलन करोड़ों रुपए में किया जा रहा है.
किसानों को क्षतिपूर्ति देने की मांग
किसान गिरानी चौधरी ने बताया कि15 हेक्टयर में गेंहू की फसल लगाई गई थी जिसमें से 20 फीसदी फसल बर्बाद हो गया. उन्होंने इसके लिए सरकार को आवेदन दिया है. वहीं, किसानों को हुए भारी क्षति पर राजनीतिक दलों ने सरकार से अतिशीघ्र किसानों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है. मांग नहीं मानने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है.
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सरकार से मदद की दरकार
वैकल्पिक खेती के तौर लगाए गए दलहन और तेलहन की फसल भी बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में किसानों को अब राज्य सरकार से मदद की दरकार है. जिला कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार झा ने बताया कि बारिश के वजह से बर्बाद हुई फसलों की क्षतिपूर्ति रिपोर्ट विभाग को भेजी जा रहा है ताकि किसानों को जल्द से जल्द अनुदान मिल पाए.