नवादा: बिहार के नवादा जिले में बढ़ते साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार भले ही साइबर थाना का निर्माण कर रही है. साथ ही डीएसपी को थाना का कमान सौंपने का काम कर रही है. लेकिन अब तक साइबर अपराध पर ठीक से रोकथाम लग नहीं पा रहा है. जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में आए दिन साइबर अपराध का मामला सामने आ रहा है. हालांकि पुलिस कार्रवाई भी करती है, बावजूद इसके साइबर अपराधी अपने करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं.
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फर्जी अंगुठा का निशान बनाकर फ्रॉड: इसी कड़ी में साइबर थाना पुलिस ने दर्जनों आपत्ति जनक सामान के साथ दो अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है. इस बाबत साइबर थानााध्यक्ष डीएसपी प्रिया ज्योति ने बताया कि जुलाई माह में जिले की एक महिला का फर्जी अंगुठा का निशान बनाकर उसके खाते से 2 लाख 10 हजार रूपये की निकासी की गई. इस संबंध में पीड़ित महिला के बयान पर साइबर थाना में भादवि की धारा 379, 420 एवं 66, 66 बी, 66 सी, 66 डी तथा आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या 33/23 दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने इसकी अनुसंधान शुरू कर दी थी.
अपराधियों के पास से मिला लैपटॉप: अनुसंधान के क्रम में जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बिशुनपुर ग्रामीण जालो महतो के 39 वर्षीय पुत्र दिलीप कुमार तथा रोह थाना क्षेत्र के कुंज गांव निवासी दुर्गेश सिंह के 22 वर्षीय पुत्र दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कुंज के सफाईकर्मी कुणाल कुमार को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार उक्त दोनों साइबर अपराधियों के पास से एक लैपटॉप, 8 आधार कार्ड, 2 सिम कार्ड, विभिन्न बैंक के 9 पासबुक, 8 आधार कार्ड का फोटो कॉपी, 5 एटीएम कार्ड, 2 चेकबुक, एक प्रिन्टर मषीन, एक एसबीआई मिनी ब्रांच का आईकार्ड, 5 पीस दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का भरा हुआ निकासी पर्ची, 15 ए-फोर साईज का लेमिनेशन पेपर, 2 वायोमेट्रिक स्कैनर डिवाईस, एक आई स्कैनर, 2 सीएससी का सर्टिफिकेट, एक चार्जर तथा एक माउस भी बरामद किया गया है.
2.10 लाख की अवैध निकासी: उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान के क्रम में साक्ष्य के अनुसार छापामारी की गई, जिसमें साइबर के धंधा में संलिप्त दिलीप कुमार एवं कुणाल कुमार को गिरफ्तार किया गया. थानाध्यक्ष श्रीमती ज्योति ने गताया कि इनके द्वारा विभिन्न मोबाइल ऐप के जरिये नकली अंगूठा बनाकर लोगों के एकाउंट से पैसे की अवैध निकासी की जाती थी. इस कांड के वादनी के एकाउंट से भी 2 लाख 10 हजार रूपये की अवैध निकासी की गयी थी.
"दिलीप द्वारा लगभग 2 साल से विभिन्न मोबाइल ऐप के जरिये अंगूठे का निशान लेकर लोगों के एकाउंट से पैसे की निकासी की जाती थी. इनके द्वारा नागरिकों का रजिस्टर पर नाम, आधार नंबर एवं अंगूठे का निशान लिया जाता था." प्रिया ज्योति, साइबर थानााध्यक्ष