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नवादा शराबकांड की जांच करने पहुंची पुलिस मुख्यालय की टीम, हटाए जा चुके हैं थानाध्यक्ष और जमादार - बिहार में शराबबंदी

Liquor Ban In Nawada: नवादा पुलिस मुख्यालय द्वारा जिले के बहुचर्चित उपरडीह शराबकांड की जांच शुरू कर दी गई है. सोमवार को इस सिलसिले में पटना पुलिस मुख्यालय स्थित मद्य निषेध विभाग की तीन सदस्यीय टीम सिरदला पहुंचकर मामले का जायजा लिया.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 19, 2023, 12:47 PM IST

नवादा: बिहार के नवादा जिले के उग्रवादी प्रभावित सिरदला थाना इलाके के बहुचर्चित उपरडीह शराब कांड की जांच का जिम्मा पुलिस मुख्यालय को दिया गया था. ऐसे में सोमवार को पटना पुलिस मुख्यालय स्थित मद्य निषेध विभाग द्वारा तीन सदस्यीय टीम भेजकर जांच शुरू कर दी गई है. टीम द्वारा सिरदला पहुंचकर मामले का जायजा लिया गया.

थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच: मिली जानकारी के अनुसार, टीम चौकीदार दिनेश कुमार यादव के साथ उपरडीह-भट्टबीघा गांव स्थित बब्लू चौधरी के घर पहुंची. जहां मौजूद लोगों से जरूरी पूछताछ की गई. करीब आधे घंटे तक गांव में पूछताछ कर जांच टीम वापस सिरदला थाना पहुंची. फिर जांच टीम ने थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच पड़ताल की. इसके अलावा शराब कांड के एफआईआर सहित अन्य जरूरी जानकारियां इकट्ठा की गई.

देशी शराब की गई थी बरामद: बता दें कि 7 दिसंबर गुरुवार को सिरदला पुलिस द्वारा उपरडीह गांव से देशी शराब की बरामद की गई थी. इस मामले में संदेह के आधार पर बबलू चौधरी और उसके बाइक को भी जब्त कर थाना लाया गया था. इसी दिन शाम को बबलू को छोड़ दिया गया था. साथ ही उसकी बाइक को भी मुक्त कर दिया गया था. पुलिस द्वारा यह बताया गया था कि शराब लावारिश हाल में झाड़ी से बरामद किया गया था. बबलू के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला इसलिए उड़े छोड़ दिया गया.

नहीं किया गया था FIR: लेकिन मामला तब पेचीदा हो गया जब यह बात मीडियाकर्मियों तक पहुंची. पुलिस द्वारा बताया गया कि शराब जब्ती के बाबत सनहा दर्ज नहीं किया गया है. जबकि कानून इसकी इजाजत नहीं देता है. अज्ञात के खिलाफ पहले ही एफआईआर किया जाना था. खबर मीडिया की सुर्खियां बनी तो 13 दिसंबर को एफआईआर दर्ज किया गया. एफआईआर में जिक्र किया गया कि 11 दिसंबर को एसडीपीओ रजौली के कार्यालय से प्राप्त आदेश के आलोक में शराब जब्ती की एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. कांड के सूचक बने थे सिरदला थाना में कार्यरत जमादार चुनचुन दास. लेकिन शराब जब्ती की एफआईआर की जगह सनहा दर्ज किया जाना सिरदला पुलिस के गले की फांस बन गया. पुलिस मुख्यालय द्वारा जांच शुरू कर दी गई है.

"इस मामले में वहां के थानाध्यक्ष सरोज कुमार और कांड के सूचक चुनचुन दास को हटाकर पुलिस लाइन में योगदान करने को कहा गया है. जांच करने पटना से आई टीम की रिपोर्ट काफी अहम होगा. इस रिपोर्ट के आधार पर दोषी चिन्हित होंगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी तय है. शराब मामले में पुलिस की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी जारी है." - अंबरीश राहुल, एसपी, नवादा

इसे भी पढ़े- बिहार में शराबबंदी का मखौल! नवादा में अवैध शराब निर्माण का भंडाफोड़, नष्ट की गईं भट्ठियां

नवादा: बिहार के नवादा जिले के उग्रवादी प्रभावित सिरदला थाना इलाके के बहुचर्चित उपरडीह शराब कांड की जांच का जिम्मा पुलिस मुख्यालय को दिया गया था. ऐसे में सोमवार को पटना पुलिस मुख्यालय स्थित मद्य निषेध विभाग द्वारा तीन सदस्यीय टीम भेजकर जांच शुरू कर दी गई है. टीम द्वारा सिरदला पहुंचकर मामले का जायजा लिया गया.

थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच: मिली जानकारी के अनुसार, टीम चौकीदार दिनेश कुमार यादव के साथ उपरडीह-भट्टबीघा गांव स्थित बब्लू चौधरी के घर पहुंची. जहां मौजूद लोगों से जरूरी पूछताछ की गई. करीब आधे घंटे तक गांव में पूछताछ कर जांच टीम वापस सिरदला थाना पहुंची. फिर जांच टीम ने थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच पड़ताल की. इसके अलावा शराब कांड के एफआईआर सहित अन्य जरूरी जानकारियां इकट्ठा की गई.

देशी शराब की गई थी बरामद: बता दें कि 7 दिसंबर गुरुवार को सिरदला पुलिस द्वारा उपरडीह गांव से देशी शराब की बरामद की गई थी. इस मामले में संदेह के आधार पर बबलू चौधरी और उसके बाइक को भी जब्त कर थाना लाया गया था. इसी दिन शाम को बबलू को छोड़ दिया गया था. साथ ही उसकी बाइक को भी मुक्त कर दिया गया था. पुलिस द्वारा यह बताया गया था कि शराब लावारिश हाल में झाड़ी से बरामद किया गया था. बबलू के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला इसलिए उड़े छोड़ दिया गया.

नहीं किया गया था FIR: लेकिन मामला तब पेचीदा हो गया जब यह बात मीडियाकर्मियों तक पहुंची. पुलिस द्वारा बताया गया कि शराब जब्ती के बाबत सनहा दर्ज नहीं किया गया है. जबकि कानून इसकी इजाजत नहीं देता है. अज्ञात के खिलाफ पहले ही एफआईआर किया जाना था. खबर मीडिया की सुर्खियां बनी तो 13 दिसंबर को एफआईआर दर्ज किया गया. एफआईआर में जिक्र किया गया कि 11 दिसंबर को एसडीपीओ रजौली के कार्यालय से प्राप्त आदेश के आलोक में शराब जब्ती की एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. कांड के सूचक बने थे सिरदला थाना में कार्यरत जमादार चुनचुन दास. लेकिन शराब जब्ती की एफआईआर की जगह सनहा दर्ज किया जाना सिरदला पुलिस के गले की फांस बन गया. पुलिस मुख्यालय द्वारा जांच शुरू कर दी गई है.

"इस मामले में वहां के थानाध्यक्ष सरोज कुमार और कांड के सूचक चुनचुन दास को हटाकर पुलिस लाइन में योगदान करने को कहा गया है. जांच करने पटना से आई टीम की रिपोर्ट काफी अहम होगा. इस रिपोर्ट के आधार पर दोषी चिन्हित होंगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी तय है. शराब मामले में पुलिस की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी जारी है." - अंबरीश राहुल, एसपी, नवादा

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