नवादा: बिहार के नवादा जिले से किडनैपिंग का अनोखा मामला सामने आया है, जहां पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर ने खुद के ही अपने अपहरण की साजिश रच डाली और अपने पिता से फिरौती की डिमांड की. हालांकि पुलिस ने तत्पर्यता दिखाते हुए साक्ष्यों के आधार पर इंजीनियर द्वारा रची गई साजिश का पर्दाफाश कर दिया. मामला नगर थाना क्षेत्र का है.
इंजीनियर ने खुद के अपहरण की रची साजिशः दरअसल, कौआकोल थाना क्षेत्र के भलुआही गांव के मो. इफ्तेखार आलम का बेटा मो. अराफात आलम उर्फ सोनू ने अपने ही दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रच डाली. पुलिस ने इंजीनियर का साथ देने वाले सभी दोस्तों को भी पकड़ लिया है. जिसमें भलुआही गांव के सुरेश यादव का बेटा बिपिन कुमार, कौआकोल थाना के पनसगवा गांव के रमन यादव का बेटा विजय कुमार व नवादा का मणिकांत शामिल है.
ड्रीम इलेवन में हार गया था ढाई लाखः पुलिस के मुताबिक इंजीनियर मो. अराफात आलम कुछ दिनों तक बिरला ग्रुप में काम किया, लेकिन कुछ दिनों से उसने काम छोड़ दिया था और अच्छी नौकरी की तलाश में था. इस दौरान उसे ड्रीम इलेवन पर टीम बनाने (एक प्रकार का ऑनलाइन जुआ) की लत लग गयी और वह इसमें करीब ढाई लाख रुपये हार गया. ये रुपये उसने गांव में ही कुछ लोगों से ले रखा था. गांव वाले लगातार कुछ दिनों से रुपये के दबाव बना रहे थे.
"अराफात ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिता से 5 लाख रुपये लेने के लिए खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची. इंजीनियर अराफात समेत सभी आरोपितों ने अपराध स्वीकार कर लिया है. इंजीनियर ने 2022 में कोलकाता से मैकेनिकल में बीटेक किया था"- थाना इंचार्ज, नगर थाना
ऐसे रची थी अपहरण की साजिशः आपको बता दें कि पूर्व नियोजित साजिश के तहत अराफात इंटरव्यू देने के नाम पर अपने एक दोस्त के साथ कोलकाता जाने के लिए भलुआही बाजार से 02 नवम्बर को मीनाश्री से बस पकड़ा. इसके बाद दोनों दोस्त नवादा में बस से उतर गये व एक अपाची बाइक से बिपिन व विजय के साथ तपोवन चले गये. वहीं से अपने मोबाइल से अराफात ने पिता को फोन किया और कहा कि कुछ लोगों ने उसका सद्भावना चौक से एक स्कॉर्पियो से अपहरण कर लिया है.
पिता से मांगी 5 लाख की फिरौतीः इंजीनियर ने पिता से कहा कि उसके दोस्त रिहाई के लिए पांच लाख मांग रहे हैं. नहीं देने पर उसकी हत्या की धमकी दी जा रही है. इस बात से घबराये पिता ने तत्काल नगर थाने की पुलिस का सहारा लिया और पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी. इस बीच रात में अराफात समेत तीनों दोस्त तपोवन कुंड पर ही रहे. पुलिस में मामला जाने की सूचना मिलने पर अराफात और उसके दोस्त डर गये.
खुद हुआ गलती का अहसासः अराफात के मुताबिक बाद में उसे अपनी गलती का अहसास हो गया. इसके बाद दोनों दोस्त 03 नवम्बर की सुबह बाइक से अपने घर वापस लौट गये और अराफात बस से वजीरगंज बाईपास में उतर गया और पिता को फोन कर घटना की जानकारी दे दी. इसके बाद पुलिस ने उसे बाईपास से बरामद कर लिया. इस मामले में अराफात के पिता के बयान पर 02 नवम्बर को नगर थाना कांड संख्या 1692/23 दर्ज है.
ये भी पढ़ेंः '5 लाख दो नहीं तो ये लोग गोली मार देंगे पापा..' 11 साल के बच्चे ने रचा खुद के किडनैप होने का प्लान, हुआ खुलासा