नवादा : बिहार के नवादा में धान की खरीदारी (bought paddy in nawada) नहीं होने से किसान परेशान हैं. नवादा डीएम उदिता सिंह (Nawada DM Udita Singh) के निर्देश के बाद भी पैक्स अध्यक्ष द्वारा कम से कम धान खरीदने की कोशिश की जा रही है. जिससे किसान बिचौलियों के हाथों धान बेच रहे हैं. ताजा मामला नगर परिषद के चिरैया गांव का है. जहां आधा दर्जन किसानों ने अपनी तैयार धान को व्यवसाई के हाथ बेच दिया. पूछने पर किसान कहते हैं कि ग्राम पंचायत में रहते ठेरा पैक्स में धान बिक्री करता था. लेकिन इस बार रवैया सही नहीं है.
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अच्छी फसल को नहीं मिल रही कीमत : प्रखंड क्षेत्र में इस वर्ष भी कुछ पंचायतों को छोड़ दिया जाए तो आधा दर्जन से अधिक पंचायतों सहित नगर परिषद क्षेत्र में धान की अच्छी फसल हुई है. जिसे खरीदारी के लिए सरकार एक महीना पहले ही निर्देश जारी किया था. लेकिन धान में नमी होने व कटनी नहीं होने के कारण मात्र कुछ दिन पहले धान की खरीदारी शुरू हुई है. बावजूद पैक्स अध्यक्ष की मनमानी से धान की कम खरीदारी हो रही है.
नमी का बना रहे बहाना: हार्वेस्टर से धान की कटनी होने की बात कह कर धान खरीदने से सीधे इनकार कर रहे है. इस संबंध में हाल ही में नगर परिषद में शामिल हुआ चिरैया गांव के दर्जनों किसान असमंजस की स्थिति में हैं. कुछ किसानों ने बताया कि पूर्व के ठेरा के पंचायत पैक्स अध्यक्ष से धान लेने को कहा गया. लेकिन नमी होने की बात कह अभी धान लेने से इंकार कर दिया गया है. इस वजह से व्यापारी के हाथों बेचने की मजबूरी है.
असमंजस की स्थिति में किसान : चिरैया गांव के दर्जनों किसान असमंजस की स्थिति में हैं कि धान कहां बेंचे. बताया कि पैक्स अध्यक्ष से संपर्क किया गया था. लेकिन हार्वेस्टर से धान कटने के कारण नमी होने की बात कहकर लेने से इनकार कर दिया. चुनचुन 400 सौ मन, गुड्डू सिंह 400 सौ मन, हीरा सिंह 500 मन, संटू कुमार 400 मन, बुद्धन सिंह 250 मन 14 सौ से 16 सौ रुपया क्विंटल के हिसाब से बेच चुके हैं.