पटना: नालंदा हिंसा को लेकर बीजेपी लगातार सरकार पर हमलावर है और तीखे सवाल कर रही है. इन सबके बीच नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नालंदा दौरे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले बार जब हम नालंदा गए थे तब ही हमने कहा था कि हिंदुओं की आस्था में चोट की गई. शोभायात्रा में भगवान राम, मां जानकी और लक्ष्मण जी की मूर्ति को बाबा मणिराम अखाड़ा पर पहुंचाना था, ये हर साल की परंपरा रही है. लेकिन उसको रोककर रखा गया.
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विजय सिन्हा का नीतीश सरकार पर बड़ा हमला: विजय सिन्हा ने कहा कि हमने फैसला लिया कि वैशाख पूर्णिमा के मौके पर रोकी गई रथ को उसके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा. हम पूजा अर्चना करने जा रहे थे. इसको लेकर जिलाधिकारी और एसपी से भी हमारी बात हुई. लेकिन पता चला कि सभी मूर्तियों को सुबह 7:00 बजे ही पहुंचा दिया गया. क्या प्रशासन बहुसंख्यक हिंदुओं की आस्था को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती है. प्रतिपक्ष का संविधान के तहत अपना अधिकार और सम्मान है. हम वहां सामाजिक सद्भाव, लोगों को मिलाने के लिए जा रहे थे लेकिन बहुसंख्यकों को अपमानित कर सरकार क्या संदेश देना चाहती है.
"क्या तुष्टिकरण की राजनीति से राज्य की सत्ता चल सकती है? एक पक्षीय व्यवस्था से क्या सरकार चलेगी. हमें लोगों का फोन आ रहा है. बाबा मणिराम अखाड़ा में जाकर दर्शन करेंगे. प्रशासनिक अराजकता बनी हुई है. जिन लोगों को आप लोगों ने झूठे मुकदमे में फंसाया है, आस्था पर चोट किया है उनसे मुलाकात कर उनको समझाने का काम करेंगे."- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
बजरंग दल को बैन किए जाने की मांग पर नेता प्रतिपक्ष: वहीं नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार द्वारा बजरंग दल को बैन किए जाने की मांग पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि रावण भी बजरंगबली को कैद करने के लिए चला था और बजरंगबली को कैद करने की जगह पर खुद की लंका को जला बैठा. प्रशासन ने जो अपने लंका रूपी साम्राज्य को बनाया है, जिस दिन यह प्रतिबंध लगाएंगे उनकी लंका जल जाएगी और यह लोग कहीं दिखाई नहीं देंगे.