नालंदा: बिहार के नालंदा का एक वीडियो बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें एक बच्चा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से हाथ जोड़कर शिक्षा की मांग कर रहा था. वीडियो में सोनू कुमार नाम का बच्चा जिस अंदाज में सीएम से अपनी बात कह रहा था उसे सुनकर हर कोई हैरान था. वीडियो देखते ही देखते देश भर में छा गया. टीवी चैनल और यूट्यूबर उसका इंटरव्यू लेने के लिए उसके घर पहुंचने लगे. आलम ये हो गया कि सोनू और उसके परिवार वाले अब इससे परेशान हो गये हैं और खुद को अकेला छोड़ने की गुहार लगा रहे हैं. सोनू इस नए वीडियो (Sonu Kumar New Video) में कहता है, 'अब इंटरव्यू देते-देते थक गया हूं, बस करो भाई'.
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अचानक बेहोश हुआ सानू: सोनू कुमार वीडियो में बिस्तर पर लेटा हुआ है. वहीं परिजन उसके पास हैं. बताया जा रहा है कि सोनू कुछ यूट्यूबर को इंटरव्यू देते-देते अचानक से बेहोश हो गया. कुछ देर बाद उसे होश आया. इंटरव्यू लेने आने वाले यूट्यूबरों से सानू के घर वाले परेशान हो गये हैं और उसे अकेले छेड़ने की गुहार लगा रहे हैं.
वायरल हुआ था सोनू का वीडियो: सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल (Nalanda Sonu Viral Video) हुआ था. जिसमें सोनू मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर सरकारी स्कूल की जगह प्राइवेट स्कूल में नामांकन कराने की गुहार लगाते देखा गया. जितने भी लोगों ने ये वीडियो देखी उन्होंने यही कहा कि सोनू एक होनहार बच्चा है. एक्ट्रेस गौहर ने भी अपने ट्विटर हैंडल से उस वीडियो शेयर किया था. उन्होंने बच्चे की खूब तारीफ की थी. वीडियो देखने के बाद सोनू की मदद के लिए बहुत सारे लोग भी सामने आए. पप्पू यादव ने तो 50 हज़ार रुपये की आर्थिक मदद भी की. वहीं, तेज प्रताप यादव इस बच्चे से इतना प्रभावित हो गए कि इसके लिए लालू पाठशाला खोलने की बात कर दी. सोनू से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी मुलाकात कर उसकी हिम्मत की हौसेला अफजाई की थी. वहीं, गुरू रहमान ने भी सोनू की पढ़ाई का पूरा जिम्मा उठाने का वादा किया था.
CM नीतीश से लगाई थी पढ़ाई के लिए मदद की गुहार : दरअसल, सीएम नीतीश कुमार शनिवार यानी 14 मई को अपनी दिवंगत पत्नी मंजू सिन्हा की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर नालंदा के कल्याण बिगहा गांव पहुंचे (CM Nitish Kumar in Kalyan Bigha village) थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई लोगों की समस्याएं सुनीं. इस कार्यक्रम में 11 साल का सोनू भी पहुंचा था. नीतीश जब लोगों से मिल रहे थे. इसी दौरान 'सर! सुनिए न प्रणाम… भीड़ से आई एक बच्चे की आवाज सुनकर नीतीश कुमार भी चौंक गए. नीतीश की नजरें जैसे ही बच्चे की तरफ गई. बच्चा (सोनू) मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर कहने लगा ''सर, सुनिए न..प्रणाम, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए...गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं. पापा दही की दुकान से जो भी कमाते हैं उसे शराब पीने में लगा देते हैं.''
सरकारी स्कूल की खोली थी पोल : बच्चे ने सीएम नीतीश के आंखों में आंखें डालकर शिक्षा की बदहाली की बात बताई. उसने कहा कि अगर सरकार मदद करे तो वो भी पढ़ लिखकर आईएएस, आईपीएस बनना चाहता है. सोनू ने सीएम नीतीश से कहा था कि सरकारी स्कूल में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल उपविकस आयुक्त को उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा सौंप देते हैं. बता दें कि सोनू बिहार के नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड के नीमा कौल गांव का रहने वाला है.
बच्चों को देता है ट्यूशन, लेता है 100 रुपये फीस: सोनू ने बताया था कि उससे सीखने के लिए 30 बच्चे आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपए लेता है. इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और खुद की आर्थिक मदद भी हो जाती है. उसने यह भी बताया कि कई बच्चे पैसे भी नहीं देते. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनने के सपने संजोए सोनू मदद के लिए मिल रहे ऑफर से खुश तो है, लेकिन कहता है कि उसे ऐसी मदद नहीं चाहिए, उसे मदद अधिकारी बनने तक चाहिए. उसकी मां भी अपने बच्चे को अधिकारी के रूप में देखना चाहती है. बता दें कि ग्रामीण बताते हैं कि बचपन से सोनू तेज तर्रार है. पिता दूध बेचने का काम करते हैं तो माता लीला देवी निरक्षर हैं.
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