नालंदाः अपने कुरकुरे और लजीज स्वाद के कारण देश-विदेश में पहचान बना चुका सिलाव का खाजा अब लोगों के लिए मोहताज नहीं रहेगा. घर बैठे लोग सिलाव का खाजा का आनंद उठा सकेंगे. दरअसल, सिलाव के खाजे की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है.
पर्यटन स्थल नालंदा और राजगीर बीच में स्थित है सिलाव प्रखंड मुख्यालय जहां का खाजा देश-विदेश में प्रसिद्ध है. यहां पर्यटकों के बीच सिलाव का खाजा लजीज व्यंजनों में से एक है. विदेशी पर्यटक राजगीर और नालंदा का भ्रमण करने के समय इस लजीज व्यंजन कर लुफ्त उठाना नहीं भूलते. यहीं नहीं, अपने साथ उपहार के तौर पर इस व्यंजन को भी अपने साथ ले जाते हैं. अपने स्वाद के लिए मशहूर सिलाव का खाजा का पर्यटकों के बीच में खासा स्थान रखता है. खास बात यह है कि मगध क्षेत्र में शादी-विवाह में इसका खासा प्रचलन है.
खाजा को मिला है जीआई टैग
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिलाव के खाजा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उद्योग का दर्जा दिया था. जिसके बाद उद्योग विभाग के माध्यम से एक कलस्टर का निर्माण कराया गया. वहीं, अब भारत सरकार ने सिलाव के खाजा को जीआई टैग (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन टैग) से नवाजा है. जिसके बाद खाजा के उद्योग और इससे जुड़े व्यवसायी को फायदा होने की उम्मीद है. खाजा व्यवसायी संजीव कुमार ने बताया कि फिलहाल कुरियर के जरिये खाजा दूसरे जगहों पर भेजा जा रहा है. ऑनलाइन व्यवसाय शुरू होते ही ऑनलाइन उपलब्ध हो जायेगा.
राष्ट्रपति, पीएम से लेकर बॉलीबुड है खाजे का फैन
खाजा व्यवसाय से जुड़े लोगों ने बताया कि सिलाव के खाजे का लुफ्त देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और पूर्व पीएम मोरारजी देसाई भी उठा चुके हैं. यहीं नहीं देवानंद, हेमा मालिनी, मुकेश खन्ना, अुनराधा पौडवाल जैसे दिग्गज बॉलीवुड कलाकार खाजे की तारीफ कर चुके हैं.
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ग्राहकों को मिलेगी सहूलियत
खाजा व्यवसाय को ऑनलाइन बुकिंग शुरू होने के बाद लोग भी खासे उत्साहित हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया से खाजा व्यवसाय में चार चांद लगेगा. लोग घर बैठे जहां इसका आनंद उठा सकेंगे. वहीं इस व्यवसाय के लोगों को भी काफी फायदा पहुंचेंगा और इस उद्योग को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.