ETV Bharat / state

नालंदा: स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक, काम में लापरवाही से नाराज DM ने अधिकारियों का वेतन रोका

आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा क्रम में पाया गया कि जिले में योजना के तहत 2 लाख 68 हजार 125 परिवार चिन्हित किए गए हैं. बावजूद इसके अब तक करीब 74 हजार लोगों का ही गोल्डन कार्ड बन पाया है. इस आंकड़े पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की.

स्वास्थ्य विभाग ने किया समीक्षात्मक बैठक
author img

By

Published : Oct 18, 2019, 11:31 PM IST

नालंदा: बिहारशरीफ समाहरणालय स्थित हरदेव भवन सभागार में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक की गई. नालंदा जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बैठक के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में असंतोषजनक प्रगति पर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया.

नालंदा
स्वास्थ्य विभाग ने किया समीक्षात्मक बैठक

'अविलंब उपलब्ध कराएं गोल्डन कार्ड'
जिलाधिकारी की समीक्षा में हरनौत की स्थिति टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में संतोषजनक पाई गई. वहीं, आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में योजना के तहत 2 लाख 68 हजार 125 परिवार चिन्हित किए गए हैं. बावजूद इसके अब तक करीब 74 हजार लोगों का ही गोल्डन कार्ड बन पाया है. इस आंकड़े पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने योजना नोडल पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने सभी चयनित परिवारों को अविलंब गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया.

Nalanda
योगेंद्र सिंह, जिलाधिकारी, नालंदा

'चलाए जाएं जागरुकता कार्यक्रम'
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी डिस्ट्रिक्ट कम्यूनिटी मोबिलाइजर और सभी ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाइजर को प्रतिदिन फील्ड में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा और जागरुकता कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया. डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी मोबिलाइजर को प्रत्येक दिन 3 प्रखंडों के कम से कम 5 पंचायतों का भ्रमण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

स्वास्थ्य विभाग ने किया समीक्षात्मक बैठक

जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
साथ ही जिलाधिकारी ने बैठक में कालाजार के चयनित मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाने, जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लंबित बकाया भुगतान को अविलंब दिलाने, काम नहीं करने वाली आशा वर्करों को चिन्हित कर कार्रवाई करने और डेंगू-मलेरिया के संबंध में लोगों को जागरूक करने की बात कही.

नालंदा: बिहारशरीफ समाहरणालय स्थित हरदेव भवन सभागार में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक की गई. नालंदा जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बैठक के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में असंतोषजनक प्रगति पर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया.

नालंदा
स्वास्थ्य विभाग ने किया समीक्षात्मक बैठक

'अविलंब उपलब्ध कराएं गोल्डन कार्ड'
जिलाधिकारी की समीक्षा में हरनौत की स्थिति टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में संतोषजनक पाई गई. वहीं, आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में योजना के तहत 2 लाख 68 हजार 125 परिवार चिन्हित किए गए हैं. बावजूद इसके अब तक करीब 74 हजार लोगों का ही गोल्डन कार्ड बन पाया है. इस आंकड़े पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने योजना नोडल पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने सभी चयनित परिवारों को अविलंब गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया.

Nalanda
योगेंद्र सिंह, जिलाधिकारी, नालंदा

'चलाए जाएं जागरुकता कार्यक्रम'
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी डिस्ट्रिक्ट कम्यूनिटी मोबिलाइजर और सभी ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाइजर को प्रतिदिन फील्ड में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा और जागरुकता कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया. डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी मोबिलाइजर को प्रत्येक दिन 3 प्रखंडों के कम से कम 5 पंचायतों का भ्रमण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

स्वास्थ्य विभाग ने किया समीक्षात्मक बैठक

जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
साथ ही जिलाधिकारी ने बैठक में कालाजार के चयनित मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाने, जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लंबित बकाया भुगतान को अविलंब दिलाने, काम नहीं करने वाली आशा वर्करों को चिन्हित कर कार्रवाई करने और डेंगू-मलेरिया के संबंध में लोगों को जागरूक करने की बात कही.

Intro:नालंदा । बिहारशरीफ के समाहरणालय स्थित हरदेव भवन के सभागार में आज स्वास्थ्य विभाग के समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया । नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बैठक के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में असंतोषजनक प्रगति पर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को क्लास लगाते हुए स्पष्टीकरण एवं वेतन बंद करने का निर्देश दिया।
हरनौत में टीकाकरण एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में उपलब्धि संतोषजनक पाई गए जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं सीडीपीओ से स्पष्टीकरण पूछते हुए उनका वेतन बंद करने का निर्देश दिया ।
आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिला में इस योजना के तहत 2 लाख 68 हज़ार 125 परिवार चिन्हित किए गए लेकिन अब तक करीब 74 हज़ार लोगों का ही गोल्डन कार्ड बन पाया है। जिलाधिकारी ने इस उपलब्धि पर गहरी नाराजगी व्यक्त की । उन्होंने इस योजना के नोडल पदाधिकारी से स्पष्टीकरण करते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया । वहीं सभी चयनित परिवारों को अविलंब गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।


Body:बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी मोबिलाइजर एवं सभी ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाइजर को प्रतिदिन फील्ड में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा एवं जागरूकता चलाने का निर्देश दिया। डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी मोबिलाइजर को प्रत्येक दिन 3 प्रखंडों के कम से कम 5 पंचायतों का भ्रमण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
कालाजार के चयनित मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लंबित बकाया भुगतान अविलंब सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया । वही कार्य नहीं करने वाली आशा वर्करों को चिन्हित कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का कहा गया । डेंगू एवं मलेरिया को लेकर सजग एवं सतर्क रहने की बात कही गई। बैठक के दौरान ट्यूबरकुलोसिस के मामले में पब्लिक एवं प्राइवेट स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आईएमए एवं सभी निजी चिकित्सकों के साथ बैठक कर शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन सुनिश्चित करने की बात कही।
बाइट। योगेंद्र सिंह, जिलाधिकारी, नालंदा


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.