नालंदा: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में जगह-जगह सीएए के विरोध में धरना प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में अंजुमन मुफदिल इस्लाम के बैनर तले कागजी मोहल्ला में धरना प्रारंभ किया गया है. ये धरना अनिश्चितकालीन है. सीएए के विरोध में यह शुरू किया गया. जिसके कारण आवागमन बाधित हो गया है.
धरना में शामिल पूर्व विधायक पप्पू खान ने कहा कि केंद्र सरकार देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बिगड़ती विधि व्यवस्था और महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की घटना पर से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस कानून को लाई है. सरकार अपनी नाकामी को छिपाने के लिए इस तरह के कामों का सहारा ले रही है. देश की गंगा-जमुनी तहजीब को खंडित करने की कोशिश की जा रही है. केंद्र सरकार ने इस कानून से देश की एकता और अखंडता को खतरे में डाल दिया है.
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फैसले आने तक होगा आंदोलन
इस मौके पर पप्पू खान ने कहा कि इस कानून के विरोध में अंजुमन मुफीदुल इस्लाम सहित कई संगठनों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की गई है. जिसकी सुनवाई 22 तारीख से शुरू होगी. इस कानून को वापस लिए जाने तक या सुप्रीम कोर्ट का जब तक फैसला नहीं आ जाता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. इस धरना के माध्यम से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आंदोलन करेंगे. फिलहाल प्रतिदिन 2 वॉर्ड के लोगों को इस धरना में शामिल होने के लिए बुलाया जा रहा है जो धरना पर बैठेंगे.
विधि व्यवस्था का रखा गया है ध्यान- पप्पू खान
सड़क पर धरना दिए जाने के मामले को लेकर पूर्व विधायक पप्पू खान ने कहा कि इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से शहर के विधि व्यवस्था में किसी तरह की कोई समस्या ना हो इसका ध्यान रखा गया है. यह धरना लिंक रोड पर किया जा रहा है. इससे लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर धरना प्रदर्शन के कारण प्रशासन को दिक्कत हो रही है तो लोगों को गिरफ्तार किया जाए. लेकिन आंदोलन इसी प्रकार जारी रहेगा.