नालंदा: शराब माफिया तरह तरह का तरकीब अपनाकर कारोबार करने में महारत हासिल कर रहे हैं. बता दें कि पचौरा गांव से सुधा डेयरी के वाहन से पौने चार लाख का देसी शराब बरामद किया गया है. हालांकि वाहन चालक, मालिक और दो कारोबारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है.
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135 कार्टन शराब बरामद
पचौरा गांव के पास सड़क किनारे खड़ी शराब भरी नालंदा सुधा डेयरी लिखे वाहन को उत्पाद विभाग ने जब्त किया है. वाहन से 135 कार्टन झारखंड निर्मित देसी शराब बरामद किया गया है. जिसका कीमत लगभग 3 लाख 75 हजार रुपये बताई जा रही है. पुलिस को देख शराब माफिया और वाहन चालक भागने में सफल रहे. लॉकडाउन के दौरान शराब माफिया जुगाड़ लगाकार अपना कारोबार तेजी से कर रहे हैं.
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माफिया पुलिस के पकड़ से दूर
बता दें कि 25 दिन पहले इसी गांव से गिट्टी लोड ट्रक से लगभग 19 लाख रुपये का अंग्रेजी शराब बरामद किया गया था. इससे साफ जाहिर होता है कि इस क्षेत्र में शराब का बड़े पैमाने पर कारोबार चलता है. शराबबंदी के बाद भी भारी मात्रा में देसी और अंग्रेजी शराब का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. शराब की बड़ी खेप अक्सर बरामद किया जाता है. लेकिन अक्सर शराब माफिया पुलिस के पकड़ में नहीं आते हैं.
सूचना मिली थी कि पचौरा गांव के पास पक्की सड़क पर नालंदा सुधा डेयरी लिखे एक वाहन लगी है. जिसपर भारी मात्रा में शराब भरा है. सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस पहुंची. लेकिन तब तक चालक और माफिया फरार हो गए. वाहन को जब्त किया गया है. जिसमें से 135 कार्टन देसी शराब बरामद किया गया है. घटना के संबंध में वाहन चालक और वाहन मालिक पचौरा गांव के शराब कारोबारी जितेंद्र कुमार और वेना बाजार के शराब माफिया राजकुमार साव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. -चंद्रशेखर सिंह, थानाध्यक्ष