नालंदा: बिहार के नालंदा में अपनी विदाई से पूर्व अपने दोस्तों के लिए आस्थावां बीडीओ ने गाना गया था. उन्होंने - "तुमको मेरे दिल ने पुकारा है बड़े नाज से..अपनी आवाज मिला दो मेरी आवाज से.." गाकर यह अपने साथियों को डेडिकेट किया. अस्थावां प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार का गाना गाते यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बीडीओ साहब अपनी कुर्सी पर बैठे हुए हैं.वहां मौजूद एक व्यक्ति मोबाइल से वीडियो बना रहा है.
ये भी पढ़ें : Jamui News: स्कूली बच्चों के विदाई समारोह में शिक्षिका ने गाया गाना, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडिया
कुछ दिन पुराना है वीडियो : वीडियो में दिख रहा है कि बीडीओ साहब एक मोबाइल से गाने का म्यूजिक बजा, दूसरे हाथ से माइक पर गाना गाते दिख रहे हैं. अस्थावां प्रखंड के पूर्व बीडीओ अरविंद कुमार वर्तमान में पटना जिले के घोसवरी में पदस्थापित हैं. वे ट्रांसफर होने के बाद जाने से पहले अपने दोस्तों के साथ मस्ती कर रहे हैं. इस दौरान बीडीओ अरविंद कुमार ने फोन पर बात कर बताया कि यह वीडियो कुछ दिन पहले का है. शुरू से गाना गाने का शौक था तो फुर्सत के वक्त रियाज करता रहता हूं. इसी दौरान दोस्तों ने वीडियो बनाया. जिसे मैं अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया जो खूब सुर्खियां बटोर रहा है.
"यह वीडियो कुछ दिन पहले का है. शुरू से गाना गाने का शौक था तो फुर्सत के वक्त रियाज करता रहता हूं. इसी दौरान दोस्तों ने वीडियो बनाया. जिसे मैं अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया जो खूब सुर्खियां बटोर रहा है" - अरविंद कुमार, बीडीओ, पटना
गाना गाने और बैडमिंटन का रखते हैं शौक : उन्हें पढ़ाई के साथ गाना गाने और बैडमिंटन का शुरू से शौक रहा है. इसलिए अब भी रियाज के लिए फुर्सत के वक्त गाते रहते हैं. यही कारण है कि जिला स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता भी बड़े पैमाने पर करवा चुके हैं. उन्होंने बताया कि वह मूल रूप से सहरसा जिले के रहने वाले हैं. बीपीएससी 52-53वीं बैच के पास आउट हैं. वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं. 2014 में पहली ज्वाइनिंग की थी. उसके बाद सबसे पहले भागलपुर ज्वाइनिंग किया.
सहरसा के रहने वाले हैं अरविंद कुमार : भागलपुर के बाद वह मधेपुरा आए. उसके बाद नालंदा आए और अब पटना तबादला कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि तीन साल के अपने कार्यकाल में नालंदा जिले में दो चुनौतियां आई. जिसे बहुत मुश्किल से संभाल पाया. इनमें पहला बाढ़ और कोरोना काल है. बाकी चीजों को विभागीय आदेश के अनुसार निपटा लिया.