नालंदा: कोरोना को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रख जरूरी सामानों की बिक्री की छूट दी गई है. बावजूद इसके लोग मानने को तैयार नहीं हैं. नालंदा की सब्जी बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर दुकानदार और ग्राहक खरीदारी करते नजर आ रहे थे. जब पुलिस ने इसका विरोध किया तो उन्होंने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने बिहारशरीफ के मामू भागना के पास सड़क को जाम कर दिया. किसान अपनी सब्जियों के साथ सड़क पर उतर आए और सड़क को जाम कर दिया. इस दौरान किसानों ने पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर बवाल काटा. किसानों ने सब्जियों को पुलिस जवानों के ऊपर फेंक दिया.
रोक लगाने पर भड़के किसान
सड़क जाम करने से रोकने पर किसान और भड़क गए. इस आंदोलन की सूचना पर नालंदा के पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इमरान परवेज, अनुमंडल अधिकारी जनार्दन अग्रवाल बड़ी संख्या में पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे. उन्होंने किसानों को समझाने की कोशिश की. जानकारी के मुताबिक सब्जी के थोक विक्रेता को बाजार समिति दीप नगर स्टेडियम शिफ्ट किए जाने के कारण किसानों को परेशानी हो रही थी. इस दौरान रास्ते में पुलिस द्वारा किसानों की पिटाई और जुर्माना भी वसूला जा रहा था, इससे किसान काफी नाराज थे.
आश्वासन के बाद खत्म हुआ आंदोलन
बता दें कि काफी समझाने और अधिकारियों से बातचीत के बाद किसान शांत हुए. पुलिस-प्रशासन ने यह आश्वासन दिया कि दीप नगर स्टेडियम में सब्जी के थोक विक्रेता द्वारा बिक्री की जाएगी. इसके अलावा एक अन्य जगह जो कि गोलापर स्टेडियम है, वहां भी सब्जी बिक्री के लिए टेंट बनाने का निर्णय लिया गया है. जिसके बाद किसानों ने अपना आंदोलन को समाप्त किया. हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को अनिवार्य बताया गया.