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नालंदा: कोरोना से मौत की खबर सुन अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आए परिजन

व्यक्ति की मौत के बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट आई, जो पॉजिटिव थी. इस बात की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई और अंतिम संस्कार के लिए बुलाया गया. परिजन पहुंचे भी, लेकिन कुछ ही देर बाद सभी लोग भाग खड़े हुए.

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Published : May 26, 2020, 5:46 PM IST

Updated : May 27, 2020, 10:26 PM IST

नालंदा: जिले में कोरोना से पहली मौत हुई है. मृतक अस्थावां थाना क्षेत्र के जीयर गांव का रहने वाला योगेंद्र चौरसिया बताया जा रहा है. घटना के 48 घंटे बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका. दरअसल, सोमवार की देर रात अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई, इसमें मृतक के 3 परिजन भी शामिल हुए, लेकिन कुछ ही देर बाद मृतक के परिजन भाग खड़े हुए.

प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई थी. लेकिन परिजनों के शामिल होने से मना करने के बाद अंतिम संस्कार नहीं हो सका. अब प्रोटोकॉल के अनुसार प्रशासन अंतिम संस्कार करने की व्यवस्था कर रहा है. बता दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा से विगत 20 मई को अपने घर अस्थावां के जीयर गांव लौटे 45 वर्षीय योगेंद्र चौरसिया को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. इसी बीच उसकी तबीयत खराब हुई. कोरोना वायरस के लक्षण पाये जाने के बाद उन्हें इलाज के लिये पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 24 मई को उनकी मृत्यु हो गई.

देखें रिपोर्ट

अंतिम संस्कार से भाग खड़े हुए परिजन
व्यक्ति की मौत के बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट आई, जो पॉजिटिव थी. इस बात की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई और अंतिम संस्कार के लिए बुलाया गया. परिजन पहुंचे भी, लेकिन कुछ ही देर बाद सभी लोग भाग खड़े हुए. इस कारण से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी. इसी बीच शव को सदर अस्पताल से एम्बुलेंस के माध्यम से अंतिम संस्कार के लिए ले जाना था, लेकिन एम्बुलेंस चालक भी भाग खड़ा हुआ. इसके बाद एम्बुलेंस चालक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है.

नालंदा: जिले में कोरोना से पहली मौत हुई है. मृतक अस्थावां थाना क्षेत्र के जीयर गांव का रहने वाला योगेंद्र चौरसिया बताया जा रहा है. घटना के 48 घंटे बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका. दरअसल, सोमवार की देर रात अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई, इसमें मृतक के 3 परिजन भी शामिल हुए, लेकिन कुछ ही देर बाद मृतक के परिजन भाग खड़े हुए.

प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई थी. लेकिन परिजनों के शामिल होने से मना करने के बाद अंतिम संस्कार नहीं हो सका. अब प्रोटोकॉल के अनुसार प्रशासन अंतिम संस्कार करने की व्यवस्था कर रहा है. बता दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा से विगत 20 मई को अपने घर अस्थावां के जीयर गांव लौटे 45 वर्षीय योगेंद्र चौरसिया को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. इसी बीच उसकी तबीयत खराब हुई. कोरोना वायरस के लक्षण पाये जाने के बाद उन्हें इलाज के लिये पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 24 मई को उनकी मृत्यु हो गई.

देखें रिपोर्ट

अंतिम संस्कार से भाग खड़े हुए परिजन
व्यक्ति की मौत के बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट आई, जो पॉजिटिव थी. इस बात की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई और अंतिम संस्कार के लिए बुलाया गया. परिजन पहुंचे भी, लेकिन कुछ ही देर बाद सभी लोग भाग खड़े हुए. इस कारण से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी. इसी बीच शव को सदर अस्पताल से एम्बुलेंस के माध्यम से अंतिम संस्कार के लिए ले जाना था, लेकिन एम्बुलेंस चालक भी भाग खड़ा हुआ. इसके बाद एम्बुलेंस चालक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है.

Last Updated : May 27, 2020, 10:26 PM IST
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