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नालन्दाः संविदा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था

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Published : May 12, 2021, 7:40 PM IST

नालंदा में संविदा पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी 9 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गये हैं. जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो रही है.

स्वास्थ्य कर्मी
स्वास्थ्य कर्मी

नालन्दाः जिले में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. जिससे कोरोना मरीजों का इलाज, जांच और वैक्सीनेशन भी प्रभावित हो रहा है. जिले में करीब 300 स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों को लेकर पर हड़ताल हैं. जिसमें डीपीएम, मैनेजर, एकांउटेंट, एमएंडई, पारा मेडिकल वर्कर, कालाजार सुपरवाइजर, एएनएम शामिल हैं. हड़ताल अगर जारी रहा तो कई समस्याएं उत्पन्न हो जाएगी.

ये भी पढ़ें- पप्पू यादव के साथ खड़ी हुई नेहा राठौर, कहा-'जनता के हकों के लिए लड़ने वाले की जगह संसद है, जेल नहीं'

9 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल
बता दें कि स्वास्थ्य कर्मियों की 9 सूत्री मांग सरकार के पास काफी दिनों से लंबित है. स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मानदेय का पुनर्निरीक्षण कर शत प्रतिशत बढ़ोतरी करने, कोविड संक्रमण में कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख रूपये का बीमा सुविधा उपलब्ध कराने, दिवंगत के आश्रितों को तत्काल संबंधित राशि उपलब्ध कराने, कोविड से मृत्यु होने पर आश्रित को पारिवारिक पेंशन, नौकरी व अन्य सुविधा उपलब्ध कराने, ग्रुप एक्सिडेंट, मेडिकल हेल्थ पाॅलिसी लागू करने, बिना किसी प्रमाणिक कारण के सेवा से हटाने की परंपरा पर रोक लगाने, एनएचएम के अधीन कार्यरत सभी संविदाकर्मी पदाधिकारी को उनके पद के अनुसार सेवा शर्त निर्धारण के पारित आदेश का अविलंब अनुपालन करने की मांग शामिल है.

नालन्दाः जिले में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. जिससे कोरोना मरीजों का इलाज, जांच और वैक्सीनेशन भी प्रभावित हो रहा है. जिले में करीब 300 स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों को लेकर पर हड़ताल हैं. जिसमें डीपीएम, मैनेजर, एकांउटेंट, एमएंडई, पारा मेडिकल वर्कर, कालाजार सुपरवाइजर, एएनएम शामिल हैं. हड़ताल अगर जारी रहा तो कई समस्याएं उत्पन्न हो जाएगी.

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9 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल
बता दें कि स्वास्थ्य कर्मियों की 9 सूत्री मांग सरकार के पास काफी दिनों से लंबित है. स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मानदेय का पुनर्निरीक्षण कर शत प्रतिशत बढ़ोतरी करने, कोविड संक्रमण में कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख रूपये का बीमा सुविधा उपलब्ध कराने, दिवंगत के आश्रितों को तत्काल संबंधित राशि उपलब्ध कराने, कोविड से मृत्यु होने पर आश्रित को पारिवारिक पेंशन, नौकरी व अन्य सुविधा उपलब्ध कराने, ग्रुप एक्सिडेंट, मेडिकल हेल्थ पाॅलिसी लागू करने, बिना किसी प्रमाणिक कारण के सेवा से हटाने की परंपरा पर रोक लगाने, एनएचएम के अधीन कार्यरत सभी संविदाकर्मी पदाधिकारी को उनके पद के अनुसार सेवा शर्त निर्धारण के पारित आदेश का अविलंब अनुपालन करने की मांग शामिल है.

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