नालंदा: शनिवार से चैत्र नवरात्र का आगाज हो गया है. जगह-जगह मंदिरों और पूजा स्थलों पर कलश स्थापना की गई. पहले दिन मां दूर्गा के पहले स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा की जा रही है. मंदिरों में इसके लिए खास तैयारी की गई हैं.
शनिवार को पूरे विधि विधान के साथ कलश स्थापना कर मां शैलपुत्री की आराधना की गई. नवरात्र का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. चैत्र नवरात्र हिन्दू तिथियों के अनुसार नववर्ष यानी साल का पहला दिन कहलाता है. ऐसे में इस दिन को लोग पूरे उत्साह के साथ मानते हैं.
मान्यता है कि नौ दिनों तक धरती पर रहती हैं मां दुर्गा
नवरात्री में नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि इन नौ दिन के दौरान मां दुर्गा पृथ्वी पर रहती हैं. इस समय यदि कोई शुभ कार्य किया जायें तो मां की कृपा जरूर बरसती है. चैत्र नवरात्र को लेकर जिले को विभिन्न मंदिरों में माता की आराधना शुरु हो गई है. पहले दिन के सुबह से ही मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धलुओं का अगमन होने लगा है.