नालंदा: बिहार सरकार (Bihar government) की ओर से कोरोना संक्रमण (Corona infection) के बढ़ते प्रभाव को लेकर प्रदेश भर में लॉकडाउन लगाया गया है. साथ ही कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में विभिन्न पदों के लिए बहाली ली जा रही है. लेकिन इस बहाली के दौरान कोरोना गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ायी जा रही है. कोरोना को लेकर सभी दिशा निर्देशों को ताख पर रख दिया गया है.
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स्वास्थ्य विभाग इस पूरे मामले में लापरवाही कर रहा है. बहाली प्रक्रिया के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का कोई पालन नहीं हो पा रहा है. बिहारशरीफ सदर अस्पताल में जिस प्रकार अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है. वैसे में कोरोना संक्रमण से बचाव तो दूर कोरोना विस्फोट होने की आशंका प्रबल हो गयी है.
अभ्यर्थियों ने उड़ाई गाइडलाइंस की धज्जियां
बता दें कि बिहारशरीफ सदर अस्पताल में चिकित्सक सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदों के लिए विगत 31 मई से बहाली की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि, यह नौकरी 3 माह के लिए है. बावजूद इसके बहाली के लिए बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है. वाॅक इन इंटरव्यू के माध्यम से होने वाली इस बहाली प्रक्रिया में प्रतिदिन हजारों की संख्या में अभ्यर्थी सदर अस्पताल पहुंच रहें है.
वहीं, गुरुवार को वार्ड एटेंडेंट, ऑर्डली, मल्टी पर्पस हेल्पर के पद के लिए इंटरव्यू होना है. ऐसे में अभ्यर्थी का हुजूम उमड़ पड़ा. लेकिन जिस प्रकार कोरोना गाइडलाइंस का धज्जियां उड़ रहा है. ऐसे में कोरोना संक्रमण का फैलाव बढ़ सकता है. कोरोना से बचाव के लिए दो गज की दूरी की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही हैं. यहां अभ्यर्थी एक दूसरे के उपर नजर आ रहें है.
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अस्पताल परिसर से लेकर इंटरव्यू स्थल तक मेला सा दृश्य नजर आ रहा है. जिसे रोक पाने में अस्पताल प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है. अगर हालात ऐसे नजर आते रहें तो जिले में कोरोना के सामान्य होती दिख रही स्थिति में एक बार फिर से कोरोना विस्फोट होने की आशंका प्रबल हो गयी है.