पटना/नालंदा: भोजपुरी फिल्मों की अदाकारा और गायिका अक्षरा सिंह(Akshara singh) आज नालंदा जिले के करायपरशुराय प्रखंड में दिरीपर गांव गयीं. वृद्ध महिला कौशल्या देवी (Kaushalya Devi) और उनकी 8 वर्षीय पोती सपना कुमारी के शौचालय में रहने का वीडियो वायरल होने के बाद अक्षरा सिंह उनसे मिलने पहुंची. यहां उन्होंने गरीब महिला की आर्थिक मदद की. अक्षरा ने वृद्ध महिला के इस हाल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
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"मुझे इस बूढ़ी गरीब महिला के बारे में सोशल मीडिया के जरिये जानकारी मिली. यह जानकर बेहद दुख हुआ कि इस आधुनिक दौर में एक गरीब वृद्ध महिला के पास घर नहीं है. वह इतनी गरीब हैं कि उनके पास सिर छिपाने को छत नहीं है. न ही उनके बुढ़ापे का कोई सहारा है. बिना मां-बाप की 8 वर्षीय पोती के साथ रहने को यह वृद्ध महिला मजबूर है"- अक्षरा सिंह ,भोजपुरी अभिनेत्री
बेहिचक कीजिए फोन..
इस दौरान अक्षरा सिंह ने बूढ़ी दादी और उनकी 8 साल की पोती को गले लगाया. अक्षरा ने कौशल्या देवी से कहा कि - 'बिल्कुल रोने की जरूरत नहीं है. मैं आपकी बेटी हूं. आप मुझसे बात कीजिएगा. नंबर दे रही हूं. कभी भी कोई परेशानी हो तो बेहिचक फोन कीजिए.'
शौचालय में रहती हैं वृद्ध महिला
बचपन में ही अपने माता पिता को खो चुकी सपना का एक मात्र सहारा उसकी दादी हैं. वह दादी को एक पल के लिए भी नहीं छोड़ती है. नालंदा के करायपरसुराय थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 3 के दिरीपर गांव में अपनी पोती सपना कुमारी के साथ वृद्ध महिला शौचालय में रहती हैं. किसी तरह भीख मांगकर वो बच्ची का पेट पाल रही हैं.
बारिश में ढह गया था कच्चा घर
जीवन के अंतिम पड़ाव में पहुंच चुकीं कौशल्या देवी की ऐसी हालत पहले नहीं थी. कभी उसका भी हंसता-खेलता परिवार था. अपना घर था और दो जून की रोटी की चिंता नहीं थी, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. भगवान ने एक ही झटके में बेटा और बहू दोनों को छीन लिया. साथ रह गई पोती सपना. घर में कोई कमाऊ सदस्य न रहा और बुढ़ापे में कोई काम भी नहीं दे रहा था.
बच्ची को भूख से तड़पता न देख सकी तो गांव के लोगों के सामने हाथ फैलाना पड़ा. पानी और धूप से बचने के लिए कच्चा घर था, लेकिन वह भी बारिश में ढह गया. मजबूरी में गांव के शौचालय में शरण लेनी पड़ी.
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पीडीएस से मिल रहा अनाज
मामले की जानकारी मिलने के बाज हिलसा एसडीएम (Hilsa SDM) राधाकांत (Radhakanta) ने कहा कि महिला की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. महिला को पहले से वृद्धा पेंशन मिल रहा है. पीडीएस (PDS) से राशन का अनाज मिल रहा है. उसके पास एक टूटा-फूटा रूम है, उसे हमलोग बनवा देते हैं. भविष्य में इसे इंदिरा आवास भी देने की कोशिश करेंगे.