नालंदा: जिले के सिलाव प्रखंड के खोजागाछी गांव के वॉर्ड नंबर 9 में अबतक डायरिया से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा डायरिया से अबतक दो दर्जन लोग प्रभावित हैं. लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी. मीडिया में खबर आने के बाद प्रशासन की नींद खुली. अब प्रशासन हरकत में आया और गांव के दौरे पर टीम पहुंच गई.
प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉक्टर अंजनी कुमार दल बल के साथ खोजागाछी गांव के वॉर्ड नंबर 9 में पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि गांव में डायरिया से हुई मौत की खबर मिलने के बाद हमारी टीम पहुंची है. उन्होंने कहा कि दो बच्चे डायरिया से पीड़ित थे. जिन्हें अस्पताल भिजवाया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले को मैं खुद देख रहे हूं. जरूरतमंदों की हर संभव मदद की जाएगी.
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
इस बीमारी से लोग डरे हुए हैं. बीमार पीड़ित के परिजनों ने कहा कि पिछले 1 सप्ताह से हम लोग इस डायरिया जैसी भयानक बीमारी से जूझ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी हाल जानने नहीं आया. लोगों ने बताया कि किसी तरह कर्ज लेकर निजी अस्पताल में इलाज कराने को मजबूर हैं.
डर के साये में रह रहे हैं लोग
गौरतलब है कि खोजागाछी गांव के वार्ड नंबर 9 में पिछले 1 सप्ताह के अंदर 30 घरों में डायरिया ने धीरे-धीरे अपना पैर पसार दिया है. जिससे 1 सप्ताह के अंदर 6 लोगों की मौत हो चुकी है. तो वहीं अभी भी दर्जनों लोग इसकी चपेट में हैं. जिसके कारण लोगों में डर का माहौल है.