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पुष्पम प्रिया की पार्टी को मिला पहला सदस्य, वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले किसान ने ज्वाइन किया 'प्लूरल्स'

पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपनी पार्टी प्लूरल्स का विस्तार सीएम नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से शुरू किया है. उनकी पार्टी की पहली सदस्यता वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके किसान सुमंत कुमार ने ग्रहण की है.

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Published : Mar 14, 2020, 5:35 PM IST

Updated : Mar 14, 2020, 5:42 PM IST

पुष्पम प्रिया चौधरी
पुष्पम प्रिया चौधरी

नालंदा: बिहार की राजनीति में धमाकेदार एंट्री करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपनी पार्टी प्लूरल्स का विस्तार शुरू कर दिया है. उन्होंने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से पार्टी की सदस्यता अभियान की शुरुआत की. पुष्पम ने नालंदा जिले के कतरीसराय प्रखंड के दरवेशपूरा गांव किसान सुमंत कुमार को अपनी पार्टी का पहला सदस्य बनाया. किसान सुमंत कुमार अपने नए अभियान से काफी खुश दिखे और उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में बिहार में बदलाव में उनकी अहम भूमिका होगी.

सुमंत कुमार की पहचान किसान के रूप है. इन्होंने वर्ष 2012-13 में धान के खेत में विश्व रिकॉर्ड बनाने का काम किया. इन्होंने खेती में 224 क्विंटल प्रति हेक्टेयर धान की उपज का विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जिसके बाद लोगों का ध्यान उनकी ओर खींचा था. उसके बाद से ही इस गांव की पहचान बनी. विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले गांव दरवेशपूरा में करीब 6 माह पूर्व पुष्पम प्रिया चौधरी पहुंची थीं और उसी के बाद से ही सुमंत कुमार से जान पहचान हुई थी. सुमंत ने बताया कि पुष्पम प्रिया चौधरी आज सुबह अचानक उनके गांव पहुंची. पूर्व से मुलाकात होने के कारण उनकी बातचीत हुई. इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के बारे में जानकारी दी. उसके बाद उनकी बातों को जानने और समझने के बाद उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करना स्वीकार किया.

ईटीवी भारत से मुखातिब हुए सुमंत कुमार

पटना का बुलावा
प्लूरल्स ज्वाइन करने के बाद सुमंत कुमार ने कहा कि बिहार के राजनीति में बदलाव को लेकर प्लुरल्स पार्टी आ रही है. इस दौरान पुष्पम प्रिया चौधरी ने उन्हें कुछ टास्क भी दिए हैं, जिसमें वे जुट गए हैं. किसान सुमंत के अनुसार आने वाले दिनों में उनकी पार्टी के और भी कई कार्यक्रम होने हैं. इसके पूर्व पार्टी के बारे में और जानकारी देने के लिए उन्हें पटना भी बुलाया गया है.

यह भी पढ़ें- पुष्पम प्रिया ने नालंदा से शुरू किया चुनावी अभियान, सड़कों पर दौड़ रही प्रचार गाड़ियां

कौन हैं पुष्पम प्रिया चौधरी

  • नालंदा से चुनावी प्रचार शुरू करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी के दादा जी का नाम उमाकांत चौधरी था. उमाकांत चौधरी समता पार्टी के नेता थे.
  • पुष्पम के पिता का नाम विनोद चौधरी है. डॉ. विनोद चौधरी प्रोफेसर हैं. इसके साथ ही विनोद चौधरी जेडीयू के एमएलसी भी रह चुके हैं.

पुष्पम प्रिया का कैरियर
पुष्पम प्रिया चौधरी दरभंगा की रहने वाली हैं. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलिटिकल साइसेज से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन किया है. आईडीएस, यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से प्रिया ने डेवलपमेंट स्टडीज में एमए भी किया है. उन्होंने अपनी एक पार्टी बनाई है, जिसका नाम उन्होंने 'प्लूरल्स' रखा है. उन्होंने खुद को पार्टी अध्यक्ष बताया है. पुष्पम प्रिया के ट्विटर एकाउंट पर भी उन्होंने यह जानकारी शेयर की हैं.

'बिहार की जनता के नाम पत्र'

पुष्पम प्रिया ने बिहार की जनता के नाम एक पत्र भी लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि, 'बिहार को बदलाव की जरूरत है और 'प्लूरल्स' के पास इसके लिए 2025 और 2030 का रोडमैप है. वह अगर बिहार के मुख्यमंत्री बन जाती हैं तो 2025 तक बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बना देंगी और 2030 तक इसका विकास यूरोपियन देशों जैसा होगा.'

प्रिया के पोस्टरों से पटा है पटना

प्रदेश में जारी पोस्टर सियासत में पुष्पम प्रिया ने भी दिलचस्पी ली है. खुद को बिहार का भावी मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करते हुए उन्होंने राजधानी के प्रमुख चौक-चौराहों पर खुद का भव्य पोस्टर लगवाया है. इस पोस्टर में उन्होंने पार्टी का नाम 'प्लूरल्स' बताते हुए एक अंग्रेजी के स्लोगन 'प्लूरल्स हैज अराइव्ड' के माध्यम से लोगों को आकर्षित करने की कोशिश भी की गई है.

नालंदा: बिहार की राजनीति में धमाकेदार एंट्री करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने अपनी पार्टी प्लूरल्स का विस्तार शुरू कर दिया है. उन्होंने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से पार्टी की सदस्यता अभियान की शुरुआत की. पुष्पम ने नालंदा जिले के कतरीसराय प्रखंड के दरवेशपूरा गांव किसान सुमंत कुमार को अपनी पार्टी का पहला सदस्य बनाया. किसान सुमंत कुमार अपने नए अभियान से काफी खुश दिखे और उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में बिहार में बदलाव में उनकी अहम भूमिका होगी.

सुमंत कुमार की पहचान किसान के रूप है. इन्होंने वर्ष 2012-13 में धान के खेत में विश्व रिकॉर्ड बनाने का काम किया. इन्होंने खेती में 224 क्विंटल प्रति हेक्टेयर धान की उपज का विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जिसके बाद लोगों का ध्यान उनकी ओर खींचा था. उसके बाद से ही इस गांव की पहचान बनी. विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले गांव दरवेशपूरा में करीब 6 माह पूर्व पुष्पम प्रिया चौधरी पहुंची थीं और उसी के बाद से ही सुमंत कुमार से जान पहचान हुई थी. सुमंत ने बताया कि पुष्पम प्रिया चौधरी आज सुबह अचानक उनके गांव पहुंची. पूर्व से मुलाकात होने के कारण उनकी बातचीत हुई. इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के बारे में जानकारी दी. उसके बाद उनकी बातों को जानने और समझने के बाद उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करना स्वीकार किया.

ईटीवी भारत से मुखातिब हुए सुमंत कुमार

पटना का बुलावा
प्लूरल्स ज्वाइन करने के बाद सुमंत कुमार ने कहा कि बिहार के राजनीति में बदलाव को लेकर प्लुरल्स पार्टी आ रही है. इस दौरान पुष्पम प्रिया चौधरी ने उन्हें कुछ टास्क भी दिए हैं, जिसमें वे जुट गए हैं. किसान सुमंत के अनुसार आने वाले दिनों में उनकी पार्टी के और भी कई कार्यक्रम होने हैं. इसके पूर्व पार्टी के बारे में और जानकारी देने के लिए उन्हें पटना भी बुलाया गया है.

यह भी पढ़ें- पुष्पम प्रिया ने नालंदा से शुरू किया चुनावी अभियान, सड़कों पर दौड़ रही प्रचार गाड़ियां

कौन हैं पुष्पम प्रिया चौधरी

  • नालंदा से चुनावी प्रचार शुरू करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी के दादा जी का नाम उमाकांत चौधरी था. उमाकांत चौधरी समता पार्टी के नेता थे.
  • पुष्पम के पिता का नाम विनोद चौधरी है. डॉ. विनोद चौधरी प्रोफेसर हैं. इसके साथ ही विनोद चौधरी जेडीयू के एमएलसी भी रह चुके हैं.

पुष्पम प्रिया का कैरियर
पुष्पम प्रिया चौधरी दरभंगा की रहने वाली हैं. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलिटिकल साइसेज से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन किया है. आईडीएस, यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से प्रिया ने डेवलपमेंट स्टडीज में एमए भी किया है. उन्होंने अपनी एक पार्टी बनाई है, जिसका नाम उन्होंने 'प्लूरल्स' रखा है. उन्होंने खुद को पार्टी अध्यक्ष बताया है. पुष्पम प्रिया के ट्विटर एकाउंट पर भी उन्होंने यह जानकारी शेयर की हैं.

'बिहार की जनता के नाम पत्र'

पुष्पम प्रिया ने बिहार की जनता के नाम एक पत्र भी लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि, 'बिहार को बदलाव की जरूरत है और 'प्लूरल्स' के पास इसके लिए 2025 और 2030 का रोडमैप है. वह अगर बिहार के मुख्यमंत्री बन जाती हैं तो 2025 तक बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बना देंगी और 2030 तक इसका विकास यूरोपियन देशों जैसा होगा.'

प्रिया के पोस्टरों से पटा है पटना

प्रदेश में जारी पोस्टर सियासत में पुष्पम प्रिया ने भी दिलचस्पी ली है. खुद को बिहार का भावी मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करते हुए उन्होंने राजधानी के प्रमुख चौक-चौराहों पर खुद का भव्य पोस्टर लगवाया है. इस पोस्टर में उन्होंने पार्टी का नाम 'प्लूरल्स' बताते हुए एक अंग्रेजी के स्लोगन 'प्लूरल्स हैज अराइव्ड' के माध्यम से लोगों को आकर्षित करने की कोशिश भी की गई है.

Last Updated : Mar 14, 2020, 5:42 PM IST
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