नालंदाः बिहार शरीफ नगर निगम को स्मार्ट सिटी का दर्जा पहले ही मिल चुका है. अब स्मार्ट सिटी के कार्यों को धरातल पर उतारने की कोशिश तेज कर दी गई है. इसके तहत जल्द ही छह बड़ी योजनाओं पर काम शुरू किया जाएगा. जिसपर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. साथ ही इसी महीने निविदा का काम पूरा कर लिया जाएगा और एजेंसी को वर्क आर्डर दे दिया जाएगा.
स्मार्ट सिटी के तहत खर्च की जाएगी राशि
नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने बताया कि सबसे पहले सभी बड़ी योजनाओं का टेंडर प्रकाशित करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. उन्होंने बताया कि बाजार समिति के विकास का काम अब स्मार्ट सिटी के तहत ही किया जाएगा. इसके लिए कृषि विभाग से एनओसी भी मिल चुका है. कार्य एजेंसी पुल निर्माण निगम होगा, लेकिन राशि का खर्च स्मार्ट सिटी के तहत किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाजार समिति के जीर्णोद्धार पर करीब 69 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
आईसीसीसी भवन का निर्माण
अंशुल अग्रवाल ने बताया कि बाजार समिति के निर्माण का काम दो फेज में किया जाएगा. पहले पेज में करीब 14 करोड़ खर्च किए जाएंगे, वहीं दूसरे फेज में 55 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जाएगी. इसी शहर में निगरानी रखने के लिए बिहार थाना परिसर में आईसीसीसी भवन का निर्माण किया जाएगा. इसपर करीब 11 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी निगरानी
नगर आयुक्त ने बताया कि जी प्लस 4 मंजिला इमारत से सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी रखने का काम किया जाएगा. इसी प्रकार शहर के टाउन हॉल के जीर्णोद्धार के लिए दो करोड़ 75 लाख रुपये, नालंदा महिला कॉलेज के जीर्णोद्धार पर एक करोड़ 40 लाख रुपये, शहर के 9 प्राथमिक विद्यालय के जीर्णोद्धार के लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपये खर्च किया जाना है.
बढ़ाई जा रही काम की गति
अंशुल अग्रवाल ने बताया कि सीवरेज नेटवर्क पर काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. 13वीं बोर्ड निदेशक मंडल की बैठक में स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर चर्चा की गई थी. जिसके बाद इनके काम की गति को बढ़ाया जा रहा है.