मुजफ्फरपुर: जिले में बूढ़ी गंडक नदी (Budhi Gandak River) के उफान से मीनापुर के मिल्की डायवर्सन (Milky Diversion) पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. जिससे मुजफ्फरपुर शिवहर रोड पर आवागमन बंद हो गया है. जिससे परिवर्तित मार्गों से वाहनों का परिचालन किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- दरभंगा में बाढ़ से 58 हजार लोग प्रभावित, कई इलाकों में राहत कार्य शुरू
मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का पानी अब मीनापुर में तबाही मचा रहा है. बुधवार देर शाम से ही मीनापुर के मिल्की में बाढ़ का पानी डायवर्सन के ऊपर से बहने लगा है. जिसके बाद से मुजफ्फरपुर-शिवहर जिले के मुख्य संपर्क पथ पर सभी वाहनों का परिचालन पूर्णत ठप हो गया है.
ये भी पढ़ें- Flood in Muzaffarpur : बाढ़ के कारण कई गांव जलमग्न, ऊंची जगहों पर शरण लेने के लिए लोगों का पलायन
वहीं इस सड़क के संपर्क पथ टूटने के बाद पथ निर्माण विभाग द्वारा अब बाढ़ के पानी के बीच नए बन रहे डायवर्सन के निर्माण का काम शुरू किया गया है. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने पथ निर्माण विभाग के ढुलमुल रवैए को लेकर नाराजगी जताई है. स्थानीय लोगों ने ये भी आरोप लगाया है कि इस डायवर्सन के निर्माण में अनियमितता भी बरती जा रही है.
ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुरः कृषि मंत्री ने बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने का दिया निर्देश
बिहार में लगातार हो रही बारिश (Monsoon in Bihar) से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है. राज्य के कई जिलों में बाढ़ (Flood in Bihar) की स्थिति उत्पन्न हो गई है. नदियों के उफान (Rivers in Spate) से डरे लोग ऊंचे स्थानों पर पलायन कर रहे हैं. बागमती नदी के कहर के बाद अब बूढ़ी गंडक नदी तबाही मचाने लगी है. जिससे मुजफ्फरपुर के ग्रामीण इलाकों के बाद अब शहरी क्षेत्रों में बाढ़ का असर दिखने लगा है
ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: बाढ़ विस्थापितों ने पुलिस टीम पर किया हमला, 4 कर्मी घायल
बूढ़ी गंडक के उफान से बाढ़ (Flood) प्रभावित इलाकों के हालत तेजी से बिगड़ने लगे हैं. नदियों के उफान की वजह से कांटी प्रखंड (Kanti Block) की तीन पंचायत पूरी तरह बूढ़ी गंडक के पानी में घिर गए है. जहां करीब पंद्रह हजार से अधिक की आबादी बाढ़ के पानी में फंसी हुई है. काटी प्रखंड के कोल्हुआ पैगंबरपूर, मिठनसराय, माधोपुर और शेरपुर, पहाड़पुर इलाके पूरी तरह बाढ़ के पानी की जद में हैं.