मुजफ्फरपुर: भारतीय स्वाधीनता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ-साथ आंदोलन का बौद्धिक केंद्र मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज ने एक बार फिर एक नई मिसाल पेश की है. बुधवार को लंगट सिंह कॉलेज ने भारतीय सैनिकों पर हुए हमले के विरोध में अपने कॉलेज परिसर में चाइनीज सामानों को पूरी तरह बहिष्कार करने की घोषणा की है.
लोगों में काफी आक्रोश
लद्दाख घाटी के गलवन में भारतीय सैनिकों पर चीन के सैनिकों की ओर से धोखा से किए गए हमले के बाद देश के लोगों में चाइना के खिलाफ काफी आक्रोश देखा जा रहा है. इसी क्रम में बुधवार को मुजफ्फरपुर के एलएस कॉलेज में भी भारत के दिवंगत सैनिकों को 2 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
कर्मचारियों ने ली शपथ
इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य और कॉलेज के कर्मचारियों ने गांधी मूर्ति के सामने शपथ ली कि वह आगे कभी भी चाइना से जुड़े सामानों का इस्तेमाल कॉलेज के किसी भी काम में नहीं करेंगे. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओ.पी राय ने कहा कि आज जो देश आर्थिक रूप से समृद्ध है, वही देश सामरिक रूप से भी बेहद मजबूत है.
चाइनीज सामानों पर रोक
प्राचार्य डॉ. ओ.पी राय ने कहा कि ऐसे में चाइना की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भारत के बड़े बाजार की भी अहम भूमिका है. क्योंकि आज के दौर में भारत चाइनीज सामानों का एक बड़ा बाजार है. जिससे चीन को एक बड़ी रकम की प्राप्ति हो रही है. इस पर अविलंब रोक लगाने की जरूरत है. जिससे चाइना को कमजोर किया जा सके. इस दिशा में एलएस कालेज मुजफ्फरपुर ने एक छोटी सी पहल की शुरुआत इस दिशा में की है.