मुजफ्फरपुरः बिहार में अप्रैल के माह में ही प्रचंड गर्मी पड़ रही है. सूबे के विभिन्न जिलों में गर्मी का रिकाॅर्ड टूट रहा है. मुजफ्फरपुर में बुधवार को अप्रैल माह में पड़ने वाली गर्मी का 43 साल का रिकाॅर्ड टूट (Heat record of 43 years broken in Muzaffarpur) गया. आज से 43 साल पहले मुजफ्फरपुर में आज के दिन ऐसी गर्मी हुई थी. सुबह सूरज निकलते ही आसमान से आग बरसने लगती है. गर्मी से आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है. गर्मी का सबसे ज्यादा असर स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों पर पड़ा है. इसलिए बच्चों के भीषण गर्मी से सुरक्षित रखने के लिए डीएम के आदेश से 20 से 22 अप्रैल तक पांचवीं क्लास तक के स्कूल को बंद रखने का आदेश दिया गया है. वहीं ऊपर के क्लासों की पढ़ाई सुबह 6.30 से 10.30 तक ही होगी.
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हीटवेव दिखा रहा असरः मुजफ्फरपुर में रिकाॅर्ड तोड़ गर्मी के बीच हीटवेव का कहर जारी है. बाहर काम करने वाले कामकाजी लोग बीमार पड़ रहे हैं. 11 बजे के बाद से ही सड़के सूनी दिखती है. बहुत जरूरी काम होने पर ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं. गर्मी का आलम यह है कि घर के अंदर भी लोगों को चैन नहीं है. दिन हो या रात गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं. गर्मी को लेकर कूलर और पंखे की बिक्री भी बढ़ गई है. लोग दिनभर घरों में बंद रह रहे हैं और देर शाम को ही जरूरी काम के लिए बाहर निकल रहे हैं.
बक्सर में भी आसमान से बरस रही आगः बक्सर का हाल भी कुछ मुजफ्फरपुर के जैसा है. अप्रैल महीने में ही सूरज आग उगल रहा है. आमतौर पर मई माह में जो तापमान होती है, वह अप्रैल में ही देखने को मिल रही है. भीषण गर्मी को देखते हुए जिले में सरकारी तथा निजी विद्यालयों के संचालन का समय बदल दिया गया है. स्कूल अब सुबह साढ़े दस बजे तक ही संचालित होंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दिया है. उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी से विद्यालय के बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए डीएम अंशुल अग्रवाल ने जिले के सभी कोटि के सरकारी, गैर सरकारी और निजी प्रारंभिक, उच्च व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 19 अप्रैल से सुबह 6:30 बजे से 10:30 बजे तक कक्षा संचालित करने का निर्देश दिया है.