मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में रेडीमेड गारमेंट का हब बनने जा रहा है. मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के तहत उद्योग विभाग ने 35 फीसदी ऐसे लाभुको का चयन किया है, जिन्होंने रेडीमेड गारमेंट के उद्यम के लिए आवेदन दिया था. इसमें महिलाओं की भी अच्छी संख्या है. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत सूबे में 1247 लाभुकों का चयन हुआ है. इनमें 35 फीसदी ऐसे लाभुकों है जिन्होंने गारमेंट उद्यम के लिए आवेदन किया था.
इन जिलों से हुआ चयन: बता दें कि चयनित लाभुकों में उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण के 398 उद्यमी शामिल हैं. सूबे में उत्तर बिहार से उद्यमियों की संख्या 31.7 फीसदी है. उद्योग विभाग के आंकड़े के अनुसार मुजफ्फरपुर में 54 में से 21 रेडिमेड गारमेंट उद्यम के लिए चयनित किये गयए हैं. वहीं रेडिमेड गारमेंट, आटा-बेसन, मसाला प्रोसेसिंग यूनिट आदि उद्योग के लिए मुजफ्फरपुर के अलावा शिवहर व सीतामढ़ी के 59, पूर्वी चंपारण के 63, पश्चिम चंपारण के 70, समस्तीपुर के 32, मधुबनी के 57 और दरभंगा के 63 उद्यमी का चयन हुआ.
मिलेगा 50 फीसदी सब्सिडी: रेडिमेड गारमेंट की फैक्ट्री मुजफ्फरपुर के 21, मधुबनी के 22, दरभंगा के 24, पूर्वी चंपारण के 27, शिवहर के 03, सीतामढ़ी के 17, समस्तीपुर के 07 और पश्चिम चंपारण के 17 उद्यमी लगाएंगे. इस योजना के तहत उद्यमियों को 20 लाख तक का लोन दिया जाएगा. इसमें से 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. कुल मिलाकर उत्तर बिहार के तिरहुत क्षेत्र में 113, चंपारण में 133 और मिथिला क्षेत्र में 152 फैक्ट्रियां लगेंगी.
"वर्तमान में रेडिमेड गारमेंट के लिए करीब 35 फीसदी का चयन हुआ है, इससे अर्थ व्यवस्था को लाभ पहुंचेगा. इस योजना के तहत उद्यमियों को 20 लाख तक का लोन दिया जाएगा. " -धर्मेंद्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र
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