मुजफ्फरपुरः कोरोना वायरस के खौफ की वजह से जिले के पोल्ट्री व्यवसायियों की कमर टूट गई है. चिकेन और अंडे की कीमतों में भारी गिरावट आई है. जिससे जिले के मुर्गा उत्पादकों को रोजाना लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
बिक्री में आई भारी गिरावट
जिले में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के मिलने से खौफ का माहौल है. इसका सबसे बुरा असर यहां के पोल्ट्री व्यवसाय पर पड़ा है. जहां शहर में हर हफ्ते लगभग तीन लाख से अधिक चिकन की खपत हो जाती थी, वहीं कोरोना के खौप से यह घटकर महज एक लाख रह गई है. लिहाजा इसके दाम में भी भारी गिरावट आई है. जहां जनवरी में चिकेन की कीमत 180 रुपये प्रति किलो चल रही थी. वहीं, मार्च में यह घटकर 50 से 60 प्रति किलो हो गई है.
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
सिविल सर्जन शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों में डर समा गया है. चिकेन और अंडे को लेकर अफवाह भेल गया है. जबकि इससे कोरोना का खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.
बता दें कि जिले में पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लगभग 2000 लोगों का धंधा प्रभावित हुआ है.