मुजफ्फरपुर: सरकार जहां शिक्षा और बच्चों के पोषाहार के लिए रुपये पानी की तरह बहा रही है. वहीं स्कूलों में व्याप्त भ्रष्टाचार और शिक्षकों की मनमानी चरम पर है. प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय डीहुली इशहाक में एमडीएम में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि चावल पांच किलो की जगह चार किलो दिया जा रहा है. इसे लेकर इन लोगों ने शुक्रवार को स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया.
अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
आक्रोशित अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक चावल कम देकर गबन करने के फिराक में हैं. प्रधानाध्यापक की मनमर्जी शुरू से ही चलती आ रही है. लॉकडाउन के कारण स्कूल तो बंद हैं लेकिन बच्चों को एमडीएम के तौर पर मिलने वाली चावल को प्रधानाध्यापक छात्र-छात्राओं के बीच नहीं बांट रहे हैं. सिर्फ टालमटोल किया जा रहा है. इसी के खिलाफ इन लोगों ने प्रदर्शन किया.
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'बच्चों की निवाला पर टकटकी लगाए बैठे लोग और प्रधानाध्यापक कहीं ना कहीं चावल का गबन करने की फिराक में है. जिसके कारण चावल का वितरण भी किसी महीने नहीं करते हैं. प्रधानाध्यापक द्वारा मानक के अनुसार चावल नहीं बांटा जाता. यहां तक की अभिभावकों से बात तक नहीं करते हैं.'- अभिभावक
प्रधानाध्यापक पर आरोप
वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि लॉकडाउन से पूर्व जब स्कूल का संचालन होता था तो सप्ताह में एक-दो दिन ही प्रधानाध्यापक कुछ घंटों के लिए विद्यालय पहुंच कोरम पूरा करते थे. जिसके कारण अन्य शिक्षक भी विद्यालय में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाते थे. आक्रोशित अभिभावक इन तमाम लोगों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.