मुजफ्फरपुर : पूरी दुनिया में अपने बेहतरीन स्वाद एंव मिठास के लिए प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर के शाही लीची का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है. मुजफ्फरपुर जिले के बागानों में फलों से लदे लीची के फलों में लाली आने लगी है. जहां फलों से लदे पेड़ो की खूबसूरती और लाली लोगों को ललचाने लगी है.
हालांकि शाही लीची के फलों की लाली अभी ग्रामीण क्षेत्रों के लीची बागानों में बहुत कम ही पेड़ों पर नजर आ रही है. लेकिन अब लाली आने के बाद भी लीची के फल खट्टे ही लग रहे है. किसानों की माने तो अभी यह फल खाने लायक नहीं है, अभी इसके लिए दस दिन तक और इंतजार करना होगा.
शाही लीची की मिठास
देहाती क्षेत्रों में अधिकांश लीची के बागान फिलहाल हरे ही है. आमतौर पर 20 मई के बाद ही शाही लीची की मिठास अपने शबाब पर होता है. जब यह फल अपने बेहद उम्दा मिठास और सुगंध के साथ रस से भरा होता है, उसी के बाद इन फलों की तुड़ाई और उनका कारोबार शुरू होता है. जिसके बाद यह कारोबार जून के दूसरे सप्ताह के अंत तक जारी रहता है.
फलों के सही कीमत
हालांकि इस बार जिले के लीची कारोबार पर कोरोना संक्रमण को लेकर प्रभावी लॉकडाउन का काफी असर दिख रहा है. जहां इस बार किसान बाजार की उपलब्धता एंव बाहर से लीची खरीददारों के नहीं आने की पीड़ा से जूझ रहे है. ऐसे में किसानों को अभी भी अपने फलों के सही कीमत मिलने की चिता परेशान कर रही है.