मुजफ्फरपुर: बिहार सरकार भले ही पांच घंटे में राज्य से किसी भी हिस्से से राजधानी पटना पहुंचने का दावा करती है, लेकिन इस दावे में कई झोल हैं. अभी भी राज्य के कई जिलों में आवागमन के लिए महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण जमीन अधिग्रहण में पेंच फंसे होने की वजह से कई साल से लटका हुआ है.
मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग-77 के एक छोटे से हिस्से का निर्माण पिछले 10 साल से अटका हुआ था, लेकिन मुजफ्फरपुर के पूर्व जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह की सक्रियता की वजह से दो माह पहले जमीन अधिग्रहण की समस्या को सुलझाया गया. इसके बाद मुजफ्फरपुर से हाजीपुर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-77 के बचे हिस्से का निर्माण शुरू हुआ. ग्रामीणों के अनुसार जमीन अधिग्रहण में अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह मामला कई साल से अटका हुआ था.
तेजी से हो रहा निर्माण
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार बिहार की कई विकास परियोजनाएं भूमि अधिग्रहण की वजह से फंसी हुई हैं, लेकिन अब मुजफ्फरपुर में इस समस्या को दूर कर लिया गया है. इस परियोजना के शेष हिस्से का निर्माण कार्य अब तेजी से हो रहा है. हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच 77 के मामले में एनएचएआई की भी उदासीनता इस परियोजना के रुके रहने के लिए जिम्मेदार रही. पूरी राशि प्राप्त नहीं होने के कारण जमीन मालिकों का अभी भी भुगतान अटका हुआ है.