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महिला कैदी ने जेल अधीक्षक पर लगाया यौन शोषण का आरोप, जांच के आदेश

जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह पर आरोप लगाया है कि वे उसका और उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न करते हैं. साथ ही इस काम में उनकी मदद एक महिला पुलिसकर्मी और कुछ कैदी भी करते आए हैं.

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Published : Apr 14, 2019, 5:29 PM IST

जिला अधिकारी आलोक रंजन घोष

मुजफ्फरपुरः जिले के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में महिलाओं के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक, एक महिला पुलिस कर्मी और कुछ कैदियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

दरअसल, जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह पर आरोप लगाया है कि वे उसका और उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न करते हैं. साथ ही इस काम में उनकी मदद एक महिला पुलिसकर्मी और कुछ कैदी भी करते आए हैं.

महिला ने लगाए गंभीर आरोप
महिला के अनुसार उसने कई बार इसका विरोध भी किया, लेकिन उसके साथ गलत व्यवहार होता रहा. इसके बाद पीड़िता ने जेल से ही प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय महिला आयोग को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से दी.जिसके बाद जेल आईजी ने जिला अधिकारी मुजफ्फरपुर को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

muzaffarpur
शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा

कई सनसनीखेज खुलासे
महिला कैदी ने अपने पत्र में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उसने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ जेल में बंद थी. इस दौरान जेल की महिला सिपाही उसकी बेटी को जेल अधीक्षक के कमरे में जाने को विवश करती है. इंकार पर उनके साथ मारपीट भी किया जाता है. साथ ही भागलपुर जेल स्थापित करने की चेतावनी भी दी जाती थी. महिला कैदी ने आरोप लगाया है कि बीते 4 मार्च को बेटी ने बात नहीं मानी तो उसकी पिटाई इस हद तक की गई कि वह बेहोश हो गई.

महिला कैदी के साथ बदसलुकी

जांच के लिए 5 सदस्य टीम भी गठित
महिला के पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं. डीएम आलोक रंजन घोष ने जांच के लिए 5 सदस्य टीम भी गठित की है. जांच के बाद टीम अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेगी. उसके बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी .

मुजफ्फरपुरः जिले के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में महिलाओं के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक, एक महिला पुलिस कर्मी और कुछ कैदियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

दरअसल, जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह पर आरोप लगाया है कि वे उसका और उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न करते हैं. साथ ही इस काम में उनकी मदद एक महिला पुलिसकर्मी और कुछ कैदी भी करते आए हैं.

महिला ने लगाए गंभीर आरोप
महिला के अनुसार उसने कई बार इसका विरोध भी किया, लेकिन उसके साथ गलत व्यवहार होता रहा. इसके बाद पीड़िता ने जेल से ही प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय महिला आयोग को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से दी.जिसके बाद जेल आईजी ने जिला अधिकारी मुजफ्फरपुर को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

muzaffarpur
शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा

कई सनसनीखेज खुलासे
महिला कैदी ने अपने पत्र में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उसने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ जेल में बंद थी. इस दौरान जेल की महिला सिपाही उसकी बेटी को जेल अधीक्षक के कमरे में जाने को विवश करती है. इंकार पर उनके साथ मारपीट भी किया जाता है. साथ ही भागलपुर जेल स्थापित करने की चेतावनी भी दी जाती थी. महिला कैदी ने आरोप लगाया है कि बीते 4 मार्च को बेटी ने बात नहीं मानी तो उसकी पिटाई इस हद तक की गई कि वह बेहोश हो गई.

महिला कैदी के साथ बदसलुकी

जांच के लिए 5 सदस्य टीम भी गठित
महिला के पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं. डीएम आलोक रंजन घोष ने जांच के लिए 5 सदस्य टीम भी गठित की है. जांच के बाद टीम अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेगी. उसके बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी .

Intro:मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के अधीक्षक राजीव कुमार सिंह पर एक महिला बंदी ने खुद व बेटी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है उसने जेल से ही प्रधानमंत्री कार्यालय व राष्ट्रीय महिला आयोग को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से दी है जिसके बाद जेल आईजी ने जिला अधिकारी मुजफ्फरपुर को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है ।


Body:मुजफ्फरपुर की रहने वाली महिला बंदी ने अपने पत्र में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं उसने बताया है कि वह अपनी बेटी के साथ जेल में बंद है जेल की महिला सिपाही उसकी बेटी को जेल अधीक्षक के कमरे में जाने को विवश करती है इंकार पर उनके साथ मारपीट की जाती है और भागलपुर जेल स्थापित करने की चेतावनी दी जाती है आरोप लगाया है कि बीते 4 मार्च को बेटी ने बात नहीं मानी तो मां की पिटाई इस हद तक की गई कि वह बेहोश हो गई । पिता ने पत्र पर उसने 28 मार्च को हस्ताक्षर किया है महिला के पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं डीएम आलोक रंजन घोष ने जांच के लिए 5 सदस्य टीम गठित की है । टीम को 1 सप्ताह में बिंदु वार रिपोर्ट देने को कहा गया है जिसके बाद आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि पीएमओ कार्यालय की ओर से पत्र मिला है जिसके आलोक में 5 सदस्य टीम का गठन कर दिया गया है टीम को पूरे मामले को गंभीरता से जांच करने का आदेश दिया गया है जैसा जांच रिपोर्ट आएगा उसके बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
बाइट जिला अधिकारी आलोक रंजन घोष मुजफ्फरपुर


Conclusion:जेल के रिकॉर्ड के मुताबिक उक्त महिला बंदी व उसकी बेटी दे व्यापार के आरोप में जेल गई थी उसके पति को भी इसी आरोप में दिसंबर में जेल भेजा गया था महिला वित्तीय वर्ष सितंबर में जेल गई थी वह जेल से इस साल मार्च के अंत में छुट्टी है उसकी बेटी भी अप्रैल में छुट्टी है पति भी पिछले माही छूटा है । जिला अधिकारी मुजफ्फरपुर आलोक रंजन घोष के अनुसार पीएमओ कार्यालय से इस बाबत पत्र मिला है इसके मद्देनजर जेल अधीक्षक के खिलाफ जांच के लिए टीम गठित कर दिया गया है ।
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