मुजफ्फरपुरः जिले के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में महिलाओं के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक, एक महिला पुलिस कर्मी और कुछ कैदियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
दरअसल, जेल में बंद एक महिला कैदी ने जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह पर आरोप लगाया है कि वे उसका और उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न करते हैं. साथ ही इस काम में उनकी मदद एक महिला पुलिसकर्मी और कुछ कैदी भी करते आए हैं.
महिला ने लगाए गंभीर आरोप
महिला के अनुसार उसने कई बार इसका विरोध भी किया, लेकिन उसके साथ गलत व्यवहार होता रहा. इसके बाद पीड़िता ने जेल से ही प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय महिला आयोग को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से दी.जिसके बाद जेल आईजी ने जिला अधिकारी मुजफ्फरपुर को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
कई सनसनीखेज खुलासे
महिला कैदी ने अपने पत्र में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उसने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ जेल में बंद थी. इस दौरान जेल की महिला सिपाही उसकी बेटी को जेल अधीक्षक के कमरे में जाने को विवश करती है. इंकार पर उनके साथ मारपीट भी किया जाता है. साथ ही भागलपुर जेल स्थापित करने की चेतावनी भी दी जाती थी. महिला कैदी ने आरोप लगाया है कि बीते 4 मार्च को बेटी ने बात नहीं मानी तो उसकी पिटाई इस हद तक की गई कि वह बेहोश हो गई.
जांच के लिए 5 सदस्य टीम भी गठित
महिला के पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने जांच के आदेश दिए हैं. डीएम आलोक रंजन घोष ने जांच के लिए 5 सदस्य टीम भी गठित की है. जांच के बाद टीम अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेगी. उसके बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी .