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किडनी कांड: सुनीता के परिजनों को आर्थिक संकट, इलाज के लिए नहीं है कोई व्यवस्था - Kidney Case Financial crisis for Sunita family

सुनीता के इलाज के लिए उनके परिजनों के पास (Sunita family has no money for treatment) पैसे नहीं है. किडनी की समस्या से जूझ रही सकरा क्षेत्र के बाजी बुजुर्ग गांव की सुनीता. पिता गांव लौट आए हैं तथा घूम-घूम कर लोगों से चंदा की गुहार लगा रहे हैं. पढे़ं पूरी खबर...

सुनीता किडनी कांड
सुनीता किडनी कांड
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Published : Oct 31, 2022, 11:02 PM IST

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर के सकरा क्षेत्र (Sakra area of Muzaffarpur) के बाजी बुजुर्ग गांव की सुनीता किडनी का इलाज आईजीएमएस में चल रहा है. इलाज के लिए उनके परिजनों के पास पैसे नहीं है. इलाज की चिंता के लिए सुनीता के पिता लालदेव माझी गांव लौट आए हैं और घूम-घूम कर लोगों से चंदा की गुहार लगा रहे हैं. आयुष्मान कार्ड के तहत मिलने वाली सुविधा राशि समाप्त होने को है इसके बावजूद भी किडनी की व्यवस्था नहीं हो सकी है. अब सुनीता का इलाज कर पाना मुश्किल हो गया है.

ये भी पढ़ें : पटना: इलेक्ट्रो होम्योपैथी पर कार्यशाला, बोले डॉक्टर- चिकित्सा पद्धति में कैंसर, किडनी फेल्योर का इलाज संभव

सामाजिक कार्यकर्ता से मिले सुनीता के पिता : सुनीता के पिता ने जगह-जगह घूम कर पुत्री के इलाज के आर्थिक मदद की गुहार लगाई है. वे सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार से भी मुलाकात करआप बीती सुनाई. सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार ने लालदेव माझी को आश्वासन दिया है कि सुनीता के इलाज के लिए गांव-गांव में चंदा किया जाएगा. उसे यूं ही मरने के लिए नहीं छोड़ा जाएगा. उधर एक युवक ने किडनी देने की बात सामाजिक कार्यकर्ता से सोशल मीडिया के माध्यम से की थी जिसमें उन्होंने आर्थिक मदद की मांग की थी. युवक का कहना था कि एक किडनी की एवज में 30 लाख रुपए लेंगे.

"आईजीएमएस के प्रबंधकों के द्वारा की जा रही प्रताड़ना से वे लोग काफी परेशान हो गए हैं. मरीज जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर इलाज की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है." - लालदेव माझी, सुनीता के पिता

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर के सकरा क्षेत्र (Sakra area of Muzaffarpur) के बाजी बुजुर्ग गांव की सुनीता किडनी का इलाज आईजीएमएस में चल रहा है. इलाज के लिए उनके परिजनों के पास पैसे नहीं है. इलाज की चिंता के लिए सुनीता के पिता लालदेव माझी गांव लौट आए हैं और घूम-घूम कर लोगों से चंदा की गुहार लगा रहे हैं. आयुष्मान कार्ड के तहत मिलने वाली सुविधा राशि समाप्त होने को है इसके बावजूद भी किडनी की व्यवस्था नहीं हो सकी है. अब सुनीता का इलाज कर पाना मुश्किल हो गया है.

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सामाजिक कार्यकर्ता से मिले सुनीता के पिता : सुनीता के पिता ने जगह-जगह घूम कर पुत्री के इलाज के आर्थिक मदद की गुहार लगाई है. वे सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार से भी मुलाकात करआप बीती सुनाई. सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार ने लालदेव माझी को आश्वासन दिया है कि सुनीता के इलाज के लिए गांव-गांव में चंदा किया जाएगा. उसे यूं ही मरने के लिए नहीं छोड़ा जाएगा. उधर एक युवक ने किडनी देने की बात सामाजिक कार्यकर्ता से सोशल मीडिया के माध्यम से की थी जिसमें उन्होंने आर्थिक मदद की मांग की थी. युवक का कहना था कि एक किडनी की एवज में 30 लाख रुपए लेंगे.

"आईजीएमएस के प्रबंधकों के द्वारा की जा रही प्रताड़ना से वे लोग काफी परेशान हो गए हैं. मरीज जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर इलाज की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है." - लालदेव माझी, सुनीता के पिता

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