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SKMCH में भी जारी है यूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल, दूर दराज से आए मरीज परेशान - HKMCH

एसकेएमसीएच में इलाज कराने आए मरीज ने बताया कि यहां आने के लिए सुबह ही घर से चला हूं. सुबह से पर्ची के लिए लाइन में खड़ा था. बाद में पता चला कि हड़ताल है.

मुजफ्फरपुर
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Published : Sep 23, 2019, 2:18 PM IST

मुजफ्फरपुरः जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर चले जाने से एसकेएमसीएच में सैंकड़ों मरीज भटक रहे हैं. उनके परिजन इलाज के लिए अस्पताल कर्मियों से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन हर तरफ एक ही जवाब है कि हड़ताल है. सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आने वाले ज्यादातर मरीज गरीब ही होते हैं. ऐसे में डॉक्टरों का हड़ताल पर जाना इनके लिए बड़ी मुसीबत हो गई है.

पेश है रिपोर्ट
7 सूत्री मांगों को लेकर हड़तालबिहार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर एसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टर भी अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि छः महीने पहले ही सरकार से आश्वासन मिला था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर कई बार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन हमारी मांगों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है.
मुजफ्फरपुर
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल से परेशान मरीज
सरकार का रवैया उदासीनएसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल में सरकार के खिलाफ मार्च भी निकाला. जिसमें राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए गए. डॉक्टरों ने कहा कि सरकार का रवैया हमारी मांगों को लेकर उदासीन है. जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा हम काम पर नहीं लौटेंगे. उन्होंने बताया कि यहां पर इमरजेंसी सेवा चालू है, लेकिन ओपीडी बंद है.
मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर का SKMCH अस्पताल
नहीं खुले काउंटरएसकेएमसीएच में इलाज कराने आए एक मरीज ने बताया कि यहां आने के लिए सुबह ही घर से चला हूं. अभी तक कुछ भी नहीं खाया. यहां पर्चा भी नहीं कट रहा है. मैं मजदूरी करता हूं. बताइए हमारे जैसे गरीब आदमी का इलाज कैसे होगा? कई मरीजों के परिजन भी पर्ची कटाने के लिए लाइन में घंटों खड़े रहे, लेकिन काउंटर खुला ही नहीं.

मुजफ्फरपुरः जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर चले जाने से एसकेएमसीएच में सैंकड़ों मरीज भटक रहे हैं. उनके परिजन इलाज के लिए अस्पताल कर्मियों से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन हर तरफ एक ही जवाब है कि हड़ताल है. सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आने वाले ज्यादातर मरीज गरीब ही होते हैं. ऐसे में डॉक्टरों का हड़ताल पर जाना इनके लिए बड़ी मुसीबत हो गई है.

पेश है रिपोर्ट
7 सूत्री मांगों को लेकर हड़तालबिहार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर एसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टर भी अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि छः महीने पहले ही सरकार से आश्वासन मिला था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर कई बार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन हमारी मांगों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है.
मुजफ्फरपुर
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल से परेशान मरीज
सरकार का रवैया उदासीनएसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल में सरकार के खिलाफ मार्च भी निकाला. जिसमें राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए गए. डॉक्टरों ने कहा कि सरकार का रवैया हमारी मांगों को लेकर उदासीन है. जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा हम काम पर नहीं लौटेंगे. उन्होंने बताया कि यहां पर इमरजेंसी सेवा चालू है, लेकिन ओपीडी बंद है.
मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर का SKMCH अस्पताल
नहीं खुले काउंटरएसकेएमसीएच में इलाज कराने आए एक मरीज ने बताया कि यहां आने के लिए सुबह ही घर से चला हूं. अभी तक कुछ भी नहीं खाया. यहां पर्चा भी नहीं कट रहा है. मैं मजदूरी करता हूं. बताइए हमारे जैसे गरीब आदमी का इलाज कैसे होगा? कई मरीजों के परिजन भी पर्ची कटाने के लिए लाइन में घंटों खड़े रहे, लेकिन काउंटर खुला ही नहीं.
Intro:मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टर ने आज से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की एक बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।
जूनियर डॉक्टर अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर गए हैं । जूनियर डॉक्टर के हड़ताल पर चलने जाने से ओपीडी सेवा पूरी ठप हो गया है ।


Body:जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर एसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टर ने अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं । दौरान जूनियर डॉक्टर ने ओपीडी सेवा को बंद करवाया और अधीक्षक कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया । आंदोलनकारी डॉक्टरों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है । मांग में प्रमुख रूप से मेडिकल अफसर की बहाली से इंटर्न को वंचित रखा जा रहा है ।जूनियर डॉक्टर अपनी 7 सूत्री मांगों पर अड़े हुए हैं । वही जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से एसकेएमसीएच का चिकित्सीय व्यवस्था चरमरा गई है , ओपीडी सेवा पूरी तरह जूनियर डॉक्टरों ने ठप कर दिया है । जिससे दूर दराज से आए मरीज परेशान हो रहे हैं ।
बाइट डॉ अमर नाथ राय जूनियर डॉक्टर
बाइट डॉ सुजीत कुमार जूनियर डॉक्टर
बाइट मरीज के परिजन 2



Conclusion:बिहार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर एसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टर के हड़ताल पर चले जाने से एसकेएमसीएच के चिकित्सीय व्यवस्था चरमरा गई है। दूर दराज इलाके से इलाज करवाने पहुंचे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है ।
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