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स्कूल कर रहे प्रशासन से आंख मिचौली, इंटरमीडिएट के रजिस्ट्रेशन में हो रही जमकर अवैध वसूली

इंटरमीडिएट की तय रजिस्ट्रेशन फीस 370 रुपये, स्वतंत्र कोटि के छात्रों के लिए 670 रुपए है. लेकिन मुजफ्फरपुर के कई स्कूलों में रजिस्ट्रेशन के एवज में 1200 से 1500 रुपये वसूले जा रहे हैं. अवैध वसूली का यह खेल प्रशासन की नाक के नीचे खेला जा रहा है.

मुजफ्फरपुर से धीरज की रिपोर्ट
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Published : Nov 19, 2019, 6:08 PM IST

मुजफ्फरपुर: जिले में शिक्षा व्यवस्था तो खस्ताहाल है ही साथ में बच्चों के साथ लूट का खेल भी खेला जा रहा है. यहां इंटरमीटिएट के रजिस्ट्रेशन के नाम पर मनचाहा रुपया वसूला जा रहा है. वहीं, मामला जैसे ही जिला शिक्षा पदाधिकारी तक पहुंचा, उन्होंने जांच के आदेश दे दिए.

दरअसल, इंटरमीडिएट की तय रजिस्ट्रेशन फीस 370 रुपये, स्वतंत्र कोटि के छात्रों के लिए 670 रुपए है. लेकिन मुजफ्फरपुर के कई स्कूलों में रजिस्ट्रेशन के एवज में 1200 से 1500 रुपये वसूले जा रहे हैं. अवैध वसूली का यह खेल प्रशासन की नाक के नीचे खेला जा रहा है. वित्तरहित कॉलेजो में और इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों में चल रही इस अवैध वसूली के बारे में किसी को जानकारी तक नहीं थी. जैसे ही मामला संज्ञान में आया जिलाशिक्षा पदाधिकारी विमल ठाकुर ने इस पर जांच के आदेश दे दिए.

मुजफ्फरपुर से धीरज की रिपोर्ट

क्या बोले शिक्षा पदाधिकारी?
जिला शिक्षा पदाधिकारी विमल ठाकुर ने कहा कि ऐसी शिकायत अभी तक सामने नहीं आयी है. मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है. इसकी जांच करायी जाएगी. मामले में जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी.

छात्रों की सुनिए साहब?
छात्रों की मानें तो अवैध वसूली का खेल कई दिनों से चल रहा है. 12 सौ से 15 सौ रुपये की डिमांड की जाती है. अगर छात्र स्कूल प्रशासन से सवाल करते हैं, तो स्कूल प्रशासन सिर्फ ये कहता है कि मन हो तो रजिस्ट्रेशन करवाओ नहीं तो मत करवाओ. ऐसे में छात्र अपनी भविष्य को बचाने के लिए इस अवैध वसूली का शिकार हो रहे हैं.

मुजफ्फरपुर: जिले में शिक्षा व्यवस्था तो खस्ताहाल है ही साथ में बच्चों के साथ लूट का खेल भी खेला जा रहा है. यहां इंटरमीटिएट के रजिस्ट्रेशन के नाम पर मनचाहा रुपया वसूला जा रहा है. वहीं, मामला जैसे ही जिला शिक्षा पदाधिकारी तक पहुंचा, उन्होंने जांच के आदेश दे दिए.

दरअसल, इंटरमीडिएट की तय रजिस्ट्रेशन फीस 370 रुपये, स्वतंत्र कोटि के छात्रों के लिए 670 रुपए है. लेकिन मुजफ्फरपुर के कई स्कूलों में रजिस्ट्रेशन के एवज में 1200 से 1500 रुपये वसूले जा रहे हैं. अवैध वसूली का यह खेल प्रशासन की नाक के नीचे खेला जा रहा है. वित्तरहित कॉलेजो में और इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों में चल रही इस अवैध वसूली के बारे में किसी को जानकारी तक नहीं थी. जैसे ही मामला संज्ञान में आया जिलाशिक्षा पदाधिकारी विमल ठाकुर ने इस पर जांच के आदेश दे दिए.

मुजफ्फरपुर से धीरज की रिपोर्ट

क्या बोले शिक्षा पदाधिकारी?
जिला शिक्षा पदाधिकारी विमल ठाकुर ने कहा कि ऐसी शिकायत अभी तक सामने नहीं आयी है. मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है. इसकी जांच करायी जाएगी. मामले में जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी.

छात्रों की सुनिए साहब?
छात्रों की मानें तो अवैध वसूली का खेल कई दिनों से चल रहा है. 12 सौ से 15 सौ रुपये की डिमांड की जाती है. अगर छात्र स्कूल प्रशासन से सवाल करते हैं, तो स्कूल प्रशासन सिर्फ ये कहता है कि मन हो तो रजिस्ट्रेशन करवाओ नहीं तो मत करवाओ. ऐसे में छात्र अपनी भविष्य को बचाने के लिए इस अवैध वसूली का शिकार हो रहे हैं.

Intro:मुजफ्फरपुर जिले में इण्टरमीडिएट के रजिस्ट्रेशन में चल रहा लूट का खेल, रजिस्ट्रेशन के नाम पर 370 रुपये के बदले 12 सौ 15 सौ रूपए कि हो रही है अवैध वसूली वही मामला प्रकाश में आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जांच का आदेश दिया हैBody:बिहार के मुजफ्फरपुर में इण्टरमीडिएट के रजिस्ट्रेशन में लूट का खेल चल रहा है। रजिस्ट्रेशन के नाम पर छात्र छात्रों और अभिभावकों से 370 रुपये के बदले 12 सौ 15 सौ वसूले जा रहे है, यह सब लूट का खेल प्रशासन के नाक के नीचे हो रहा है और प्रशासन शिक्षा विभाग अनजान बना हुआ है ऐसा लग रहा है कि इस लूट के राशि मे शिक्षा विभाग का भी हिस्सा बंधा हुआ है । यह लूट का खेल ऐसा नही है कि बंद कमरे में खेला जा रहा हो यह लूट का खेल खुलेआम  वित्तरहित कॉलेजो में और इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों में हो रहा है और किसी अधिकारी या पदाधिकारी को जानकारी तक नही है छात्र छात्राएं विवश होकर इस इण्टरमीडिएट रजिस्ट्रेशन का शिकार हो रहे है, कोई इसे रोकने वाला दिखाई नही दे रहा है
बाइट - राजेश कुमार , मो आलमगिर छात्र
बाइट - विमल ठाकुर जिला शिक्षा पदाधिकारी मुज़फ्फरपुर ।Conclusion:जब इस मामले को हमने जिला शिक्षा पदाधिकारी से पूछा तो उन्होंने बताया कि ऐसी शिकायत अब तक नही आई है, शिकायत मिलने पर कारवाई की जाएगी ऐसे इस मामले की जानकारी आपके माध्यम से मिली है इसकी जाँच कराएंगे और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी |
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