मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में मुखिया पति ने इंसानियत को शर्मसार करने वाला काम किया है. जहां मुखिया पति ने हथियार के बल पर नाबालिग का अपहरण ( Kidnapping of Minor ) कर एक साल तक अपने साथियों के साथ स्थान बदल-बदल कर सामूहिक दुष्कर्म किया. नाबालिग के गर्भवती होने पर आरोपी पीड़िता को उसके घर छोड़ गया और परिजनों को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी (Threats to Kill) दी. पीड़िता के प्रसव के कुछ दिनों बाद परिजन साहस करके गायघाट थाने पहुंचे और प्राथमिकी दर्ज करायी.
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जानकारी के मुताबिक, गायघाट थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली नाबालिग आवासीय प्रमाण बनवाने मुखिया के घर गयी थी. जहां मुखिया के पति मनोज सहनी अपने साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ एक साल तक सामूहिक दुष्कर्म कर रहा था. नाबालिग के परिजनों ने जब मुखिया के घर जाकर बेटी के बारे में पूछा तो आरोपी ने परिजनों को थाने जाने से मना कर दिया और कहा कि मैं उसे खोजकर लाऊंगा. इसके बाद परिजन लगातार मुखिया के घर का चक्कर लगाते रहे.
इस संबंध में पीड़िता और उसके परिजनों ने बताया कि 20 अक्टूबर 2020 को वह मुखिया के घर आवसीय प्रमाणपत्र बनवाने गई थी. उसी दौरान मुखिया के पति मनोज सहनी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया. उसके बाद पीड़िता को एक बंद कमरे में कई महीने तक रखा गया. जहां कई बार लड़की को डरा-धमका कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया. नाबालिग के गर्भवती होने पर उसे जान से मारने की धमकी देकर और जुबान बंद रखने की नसीहत देकर उसको घर के बाहर छोड़ दिया. इसी बीच पीड़िता को लेबर पेन शुरू हुआ और उसने 14 अगस्त को एक बच्चे को जन्म दिया.
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नाबालिग लड़की का मामला है. जिसमें पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पीड़िता को न्यायालय में लाया गया है. 164 के बयान के उपरांत विधि के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी की गयी है. -अशोक शर्मा, दारोगा