मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने दस्तक दे दी (Chamki Fever In Muzaffarpur) है. मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के बीच हिट वेव और सर्द-गर्म हवाओं के कारण चमकी बुखार ने गांव में पांव पसार लिया है. जिसके चलते इलाके के लोगों में भय बना हुआ है. इस वर्ष चमकी बुखार पीड़ित पांच बच्चों को मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया है.
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मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने दी दस्तक: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार की धमक ने लोगों को चिंता में डाल दिया है. अब तक मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में 5 बच्चे चमकी बुखार वाले हुए हैं भर्ती सबसे पहला बच्चा 16 जनवरी को मेडिकल कॉलेज पहुंचा था और पांचवा बच्चा 30 मार्च को मुजफ्फरपुर के औराई का था जो मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ था. जिसको तीन अप्रैल को ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है.
पूर्वी चम्पारण से भी एक बच्चे में चमकी के लक्षण: मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अब तक इस वर्ष 5 बच्चे भर्ती हुए हैं जिसमें से ठीक होने के बाद सभी बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया गया है. अब मेडिकल कॉलेज में कोई भी बच्चा इस चमकी बुखार के लक्षण वाले नहीं है. मुजफ्फरपुर जिले के चार तो पूर्वी चम्पारण के एक बच्चे थे जो अब तक मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए हैं.
चमकी बुखार के लक्षण : इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को आम भाषा में दिमागी बुखार कहा जाता है. इसकी वजह वायरस को माना जाता है. इस वायरस का नाम इंसेफेलाइटिस वाइरस है. इसे अक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस भी कहा जाता है. एईएस पीड़ित बच्चे की अचानक तबीयत बिगड़ जाती है. गर्मी के दौरान इन लक्षणों को काफी गंभीरता से लेने की आवश्यकता है. तेज बुखार, सिर दर्द, गर्दन में अकड़न, उल्टी होना, सुस्ती, भूख कम लगना इत्यादि इसके लक्षण होते हैं. साथ ही बच्चे के मुंह में झाग निकलना और उसको झटका लगना. अगर बच्चों को सास लेने में दिक्कत हो या दांत बंद हो जाए. तो तुरंत उसे अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए.