मुजफ्फरपुरः नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) द्वारा जारी किए गए सूबे के चार जिलों में सबसे अधिक प्रदूषण को लेकर पटाखों पर पाबंदी लगायी गयी थी. सरकारी स्तर से सभी संबंधित जिलों के डीएम को पत्र भेजा गया था. यह कहा गया था कि दिवाली (Diwali) पर किसी तरह के पटाखों की बिक्री या पटाखे जलाने पर पाबंदी रहेगी. लेकिन मुजफ्फरपुर में इस आदेश की अनदेखी की जा रही है. दूसरी ओर, प्रशासन इससे बेखबर है.
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जानकारी दें कि मुजफ्फरपुर डीएम ने भी पत्र जारी किया था. इस आदेश के प्रचार-प्रसार के लिए ऑटो भी शहरी क्षेत्र में घुमाया जा रहा है. इसके बावजूद कोई भी असर कहीं देखने को नहीं मिल रहा है. मुजफ्फरपुर जिले के नगर थाना क्षेत्र के छाता बाजार पटाखा मंडी को देखकर ऐसा लग रहा है कि प्रशासन का दावा और आदेश बस खानापूर्ति है.
प्रशासन का दावा महज कागजी खानापूर्ति है. शहरी इलाके में धड़ल्ले से दुकान सजाकर पटाखे बेचे जा रहे हैं. लगभग सभी चौक-चौराहों पर पटाखे बेचे जा रहे हैं. स्थानीय पुलिस प्रशासन को सरकारी स्तर पर जो गाइडलाइंस या आदेश दिया गया है, उसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. प्रदूषण को देखते हुए दावा बस कागजी प्रतीत हो रहा है.
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