मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र (Bihar Assembly By Election) में हो रहे उपचुनाव को लेकर अब सभी दल चुनाव प्रचार को तेज कर चुके हैं. सत्ताधारी महागठबंधन की ओर से जहां उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार कर चुके हैं, वहीं भाजपा प्रत्याशी की जीत को लेकर भाजपा के कई बड़ नेता कुढ़नी में कैंप किए हुए हैं. इधर, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और एआईएमआईएम ने भी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
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'वोटबैंक' की सेंधमारी में जुटी पार्टियां: इस बीच, भाजपा और महागठबंधन को अपने कोर वोटरों के बिदकने की चिंता सता रही है. दोनों दलों को आशंका है कि अगर कोर वोटर बंट गए तो उपचुनाव का परिणाम बदल भी सकता है. कुढ़नी में यादव, भूमिहार, मल्लाह और मुस्लिम बहुल इलाकों में सभी पार्टियों ने अपने जातीय नेताओं को जनसंपर्क के लिए भेज दिया है.
भूमिहार और मुस्लिम वोट को साध रहीं पार्टियां: भाजपा ने जहां अपने भूमिहार जाति के नेताओं को कुढ़नी में कैंप करवा रही हैं, वहीं महागठबंधन नेताओं का जोर मुस्लिम इलाके पर है. इधर, वीआईपी मछली-चावल साथ-साथ का नारा देकर मल्लाह और भूमिहार जाति की दोस्ती के जरिए भूमिहार वोटरों को लुभाने में जुटी है. इस उपचुनाव में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी पूरे जोरशोर से प्रचार अभियान में जुटी है.
कोर वोटर का हृदय परिवर्तन होगा ? : दरअसल, भूमिहार जाति के मतदाताओं को भाजपा का कोर वोटर माना जाता है, ऐसे में वीआईपी चीफ मुकेश सहनी इसी वोट बैंक को तोड़कर परिणाम को प्रभावित करने में जुटी है. महागठबंधन भी मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में रखने के लिए कसरत कर रही है.
3 दिसंबर की शाम को थमेगा उपचुनाव का बिगुल: बता दें कि महागठबंधन की ओर से जदयू ने अपना उम्मीदवार उतारा है और राजद के नेता तेजस्वी यादव भी प्रचार कर चुके हैं. लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान भी तीन दिसंबर को भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं. तीन दिसंबर को शाम 5 बजे तक चुनावी शोर थम जाएगा. आखिरी दिन महागठबंधन और बीजेपी दोनों पार्टियां अपनी-अपनी ताकत झोंकेंगी.