मुजफ्फरपुर: केंद्रीय खाद्य और आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान के खिलाफ मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में परिवाद दर्ज किया गया है. ये परिवाद प्याज की बढ़ती कीमतों के खिलाफ दर्ज किया गया है. पूरे मामले की अगली सुनवाई 12 दिसंबर को की जाएगी.
पूरे देश में प्याज की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी के 'आंसू' निकाल दिए हैं, तो विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है. तमाम कोशिशों के बाद भी प्याज सस्ता नहीं हुआ. इसी बीच खाद्य और आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने एक के बाद कई ट्वीट कर प्याज की महंगाई की वजहें गिनाईं तो यह भी बताया कि सरकार ने अब तक क्या किया है.
इन्होंने दर्ज करवाया परिवाद...
रामविलास ने यह भी कहा कि मिस्र और तुर्की से मंगाए जा रहे प्याज की खेप 15 दिसंबर तक मिलने लगेगी. इन सबके बीच प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर मिठनपुरा क्षेत्र के रहने वाले एम राजू नैय्यर ने रामविलास के खिलाफ परिवाद दायर कराया है. परिवादी ने प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर राम विलास पासवान को कटघरे में खड़ा किया है. राजू नैय्यर का आरोप है कि केंद्रीय खाद्य और आपूर्ति मंत्री होने के बावजूद रामविलास प्याज की बढ़ती कीमतों को रोक पाने में विफल साबित हुए हैं. क्या कारण हैं कि उन्होंने इस समय से पहले प्याज के सूखे को दूर नहीं किया जा सका और देशभर में प्याज की किल्लत आ गई.
नहीं संभल रहा पद- परिवादी
नेशनल मानवाधिकार के चेयरमैन एम राजू नैय्यर ने कहा कि रामविलास पासवान से देश का महत्वपूर्ण पद नहीं संभल पा रहा है. कोर्ट के ऊपर उन्हें पूरा विश्वास है कि वो न्याय दिलाएगा. नैय्यर ने कहा कि रामविलास कहते हैं कि उनके पास ट्रकों प्याज है, तो फिर प्याज की कीमतें क्यों बढ़ी.