मुजफ्फरपुर: कहते है पति-पत्नी का रिश्ता साइकिल के उन दो पहियों की तरह होती है, जिनमें यदि एक भी पहिया खराब हो जाय तो आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है. कई लोग इस बात को बखूबी समझते हैं. लेकन कुछ लोग ऐसे होते है जिन्हें सात वचन, सात फेरे इन सबसे कोई वास्ता नहीं होता. ऐसी ही एक कहानी है मुजफ्फरपुर के सुनीता की. अपनी दोनों किडनी गंवा चुकी सुनीता (Sunita Kidney Theft) को इतना कहकर कि, 'अब तुमसे जिंदगी नहीं चलेगी. तुम जियो या मरो मुझे तुमसे कोई मतलब नहीं है' उसका पति अकलू राम छोड़कर चला गया.
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आपको रुला देगी ये कहानी.. सुनीता की कहानी : दरअसल, रविवार को सुनीता (33) का पति अकलू राम अपने तीन बच्चों के साथ एसकेएमसीएच अस्पताल (Muzaffarpur SKMCH) आया. किसी बात को लेकर उसकी सुनीता से तू-तू मैं-मै हुई. अस्पताल के डॉक्टर और नर्स ने बीच-बचाव कर दोनों का झगड़ा शांत कराया. लेकिन गुस्से में अकलू राम यह कहकर कि 'अब तुमसे जिंदगी नहीं चलेगी, हम जा रहे हैं' कही चला गया और अब तक नहीं लौटा. एसकेएमसीएच अस्पताल में बेड पर लेटी सुनीता अपने पति की बातों को याद कर फफक-फफक कर रोने लगती है. आखों में आंसू लिए वो कहती है कि अब मेरी जिंदगी कितने दिन बची है.
SKMCH में बिस्तर पर सुनीता : सुनीता की कहानी तो दर्दनाक है. लेकिन उससे भी ज्यादा तकलीफदेह बात ये है कि इस महिला के अपने ही पति ने बुरे वक्त में उसका साथ छोड़ दिया. सुनीता बार बार सिर्फ एक ही सवाल पूछती है कि मेरे बाद मेरे बच्चों का क्या होगा? मेरे तीनों बच्चे कैसे जिएंगे. अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचते ही वो रो पड़ती है. आइये आपको बताते है कि आखिर सुनीता की कहानी क्या है?
कैसे चोरी हुई सुनीता की किडनी? : 3 सितंबर 2022, सुनीता को यूटरस से जुड़ी बीमारी थी. मुजफ्फरपुर के बरियारपुर चौक पर उसने एक निजी क्लिनिक में ऑपरेशन करवाया था. लेकिन कथित झोलाछाप डॉक्टर ने उसकी दोनों किडनी निकाल ली और फिर फरार हो गया. सुनीता की हालत बिगड़ने पर इस बात का खुलासा हुआ, जहां से उसे एसकेएमसीएच लाया गया, यहां डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो पता चला उसकी दोनों किडनी तो गायब है.
अब तक मैच नहीं हुई किसी डोनर की किडनी : इसके बाद सुनीता को एसकेएमसीएच से पटना आईजीआईएमएस रेफर कर दिया गया. पटना में कुछ दिनों तक सुनीता का इलाज चला, इसके बाद वापस मुजफ्फरपुर लौट आई. सुनीता इस समय मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती है. दिन ब दिन उसकी हालत खराब होती जा रही है. उसे नियमित डायलिसिस पर रखा गया है. कई लोगों ने उसके बारे में सुना और किडनी देने भी आगे आए, लेकिन किडनी मैच नहीं होने की वजह से किडनी ट्रांसप्लांट नहीं हो पा रहा है.
किडनी कांड में एक आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार : दूसरी तरफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी एक शख्स को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है. लेकिन डॉक्टर अब तक फरार है. हालांकि गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए थे. आरोपी ने बताया कि सुनीता के ऑपरेशन के दिन डॉक्टर, एक असिस्टेंट और एक स्टॉफ मौजूद था. लेकिन वो खुद ऑपरेशन के दौरान मौजूद नहीं था. उसने बताया कि ऑपरेशन के बाद जब सुनीता की तबियत बिगड़ने लगी तो वो खुद उसे लेकर अस्पताल गया था. लेकिन जब उसे पता चला कि उसकी दोनों किडनी नहीं है तो वो वहां से भाग गया. उस दौरान डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया था कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
''मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आई है. संभावना है कि कुछ और नए खुलासे हो सकते हैं. डॉक्टर और स्टॉफ की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. उनकी गिरफ्तारी के बाद ही सच्चाई सामने आएगी.'' - मनोज पांडेय, डीएसपी पूर्वी
NHRC ने मुख्य सचिव और DGP को दिया नोटिस : वहीं, इस मामले में पिछले दिनों राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी को आवाश्यक कार्रवाई करने को लेकर निर्देश दिया था. साथ ही मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी व एसएसपी से रिपोर्ट तलब करते हुए चार सप्ताह में जवाब मांगा. बता दें कि मानवाधिकार अधिवक्ता एस के झा ने इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग और राज्य मानवाधिकार आयोग में याचिका दाखिल की थी.