मुजफ्फरपुर: नेपाल और उत्तर बिहार में लगातार हो रही भारी बारिश (Rain in Bihar) के बाद नदियां उफान पर हैं. वहीं, मुजफ्फरपुर जिले के कटौझा में भी बागमती नदी (Bagmati River) खतरे के निशान से करीब 1 मीटर ऊपर बह रही है. यहां बागमती का जलस्तर 56.22 मीटर बना हुआ है, जबकि खतरे का निशाना 55.23 मीटर है.
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बागमती नदी उफान पर
बागमती नदी के खतरे के निशान को पार करते ही औराई और कटरा प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से फैलाना शुरू हो गया है. जिसकी वजह इन प्रखंडों के दो दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. वहीं, कई घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. ऐसे में ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं.
जिला प्रशासन मुस्तैद
कटरा प्रखंड के पास पीपा पुल के एप्रोच पथ पर पानी चढ़ने से कई पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क पहले ही टूट चुका है. वहीं, बकुची मुख्य पथ पर भी पानी चढ़ाने की वजह से आवागमन ठप हो गया है. बागमती नदी के जलस्तर में हो रहे बढ़ोतरी से भयभीत इलाकों के लोग अब ऊंचे स्थान पर जा रहे हैं. बाढ़ की आशंका को लेकर जिला प्रशासन भी मुस्तैद है, जिला अधिकारी प्रणव कुमार खुद पूरी स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
मूसलाधार बारिश से हालात हुए खराब
बता दें कि पिछले दिनों से हुई बारिश से जिले में सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. सड़कों पर पानी भर गया है. कई जगह गांव टापू बन चुके हैं. जहां पर आने-जाने की कोई सुविधा नहीं है. ऐसे में गांवों में तेजी से कटाव हो रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन को भी ध्यान देने की जरूरत है कि इस गांव को नदी के कटाव से बचाया जा सके.
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बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मुश्किल में जिंदगी
फिलहाल, बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पानी कितना गहरा है, यह तय कर पाना आसान नहीं है. पानी के कारण गड्ढों और सड़कों में अंतर कर पाना असंभव हो गया है. ऐसी स्थिति में बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों के लिए सुरक्षित वहां से निकलना बड़ी चुनौती है.