मुजफ्फरपुरः जिले में बढ़ते बाल श्रम को लेकर विभाग सक्रिय हो गया है. जिले के कई विवाह भवन और प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. इस दौरान कई जगहों से बाल श्रमिकों को मुक्त भी कराया गया.
बाल गृह में रखे गए श्रमिक
श्रम अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि जिले में लगातार बाल श्रमिकों को लेकर शिकायत मिल रही थी. जिसको लेकर टीम का गठन किया गया है. टीम प्रतिदिन जिले के विभिन्न विवाह भवनों का निरीक्षण कर रही है. इस दौरान जहां भी बाल श्रमिक मिल रहे हैं. उनको वहां से मुक्त करा कर सिकंदर पुर स्थित बाल गृह में रखा जा रहा है.
नियोजकों के प्राथमिकी
बता दें कि बुधवार की देर रात श्रम अधीक्षक के नेतृत्व में धावादल ने पुलिस की बल के सहयोग से छापेमारी की. इस दौरान विवाह भवन में कैटरिंग का काम कर रहे 5 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया. साथ ही नियोजकों के उपर प्राथमिकी दर्ज की गई.
बाल श्रमिकों के खाते में 25 हजार रुपये
श्रम अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि बाल श्रमिकों को उनके माता-पिता या किसी संबधी को प्रमाणित पहचान पत्र दिखाने के बाद सौप दिया जाएगा. वहीं, 14 वर्ष से कम उम्र के बाल श्रमिकों के खाते में 25 हजार रुपये डाले जाएंगे.