मुजफ्फरपुर: लॉकडाउन के दौरान खेल के मैदान सूने पड़े हैं. वहीं, पहले से प्रायोजित कई इंटरनेशनल और नेशनल खेल प्रतियोगिताओं में भी कोरोना का ग्रहण लग गया है. ऐसे में देश में पहली बार ऑनलाइन नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन हुआ है. एशियाई खेलों और यूथ ओलंपिक में शामिल खेल वुशु की ऑनलाइन प्रतियोगिता हो रही है. बिहार वुशु संघ के महासचिव की माने, तो ये विश्व में पहली बार हो रहा है कि किसी प्रतियोगिता को ऑनलाइन कराया जा रहा है.
शुक्रवार को शुरू हुई इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर के 700 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लेंगे. वहीं, बिहार के मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों के कुल 10 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. कोरोना को लेकर प्रभावी लॉकडाउन के बीच यह पूरे विश्व में अपनी तरह की अनूठी चैम्पिनशिप है, जिसमें खिलाड़ी के खेल, उनके प्रदर्शन का आकलन और जजों का फैसला सबकुछ ऑनलाइन होगा.
ऐसे आयोजित हो रही चैंपियनशिप
केंद्रीय खेल मंत्रालय और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की देख रेख में इस चैंपियनशिप का आयोजन वुशु एसोशिएशन ऑफ इंडिया ने किया है. 15 मई से 18 मई तक चलने वाले इस चैंपियनशिप में बिहार के खिलाड़ी भी अपना दमखम दिखा रहे हैं. सूचना तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस चैंपियनशिप के आयोजन में जूम नाम के ऐप के जरिए मार्शल आर्ट की वुशु विधा के खेल में खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. अपने घर के आंगन या छत से प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं.
बिहार वुशु संघ को हुआ गर्व
बिहार वुशु संघ के महासचिव दिनेश मिश्रा ने कहा, 'भारतीय वुशु संघ ने भारतवर्ष में बहुत ही अच्छी शुरूआत की है. ये एक ऐसी प्रतियोगिता है, जो विश्व में पहली बार भारत में इस तरह आयोजित करायी गई है. किसी भी देश ने ऑनलाइन प्रतियोगिता नहीं करायी है. संघ ने यह कदम खिलाड़ियों को स्वस्थ रखने और गेम के प्रति जागृत रखने के लिए देशभर में इस प्रतियोगिता का आयोजन करवाया.'
खिलाड़ियों में उत्साह
वहीं, मुजफ्फरपुर से वुशु खिलाड़ी ईशा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी घर में हैं, सरकार भी लगातार इम्युनिटी पावर बढ़ाने की बात कर रही है. योगा और व्यायाम करने और खुद को स्वस्थ रख कोरोना को हराना है. ऐसे में यह प्रतियोगिता हमें मोटिवेट कर रही है. देश और बिहार का नाम रोशन करने के लिए यह चैंपियनशिप कारगर होगी.
केंद्रीय खेल मंत्री ने की सराहना
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने सराहना करते हुए आयोजकों को बधाई दी. उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया और कहा कि सभी राज्यों के लिए यह प्रतियोगिता खेलों के लिए नई राह दिखा रही है.
बता दें कि भारत के असम, अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, मणिपुर समेत कई राज्यों में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई है, जो 18 मई को खत्म होगी.