मुंगेर: मुंगेर (Munger) के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित (Naxal Affected) धरहरा प्रखंड के 13 पंचायत में मतदान संपन्न हो गया. पिछले कई दिनों से धरहरा क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ी हुई थीं. पुलिस को नक्सलियों के मूवमेंट की लगातार सूचना मिल रही थी. पंचायत चुनाव में नक्सली अपने नापाक मंसूबों में कामयाब ना हो जाएं, मतदान में खलल ना पड़े, इसके लिए जंगल और पहाड़ पर भी पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.
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नक्सल अभियान एसपी राजकुमार राज और एसटीएफ के डीएसपी संतोष कुमार शर्मा अपनी टीम के साथ धरहरा के पैसरा-सखौल के जंगलों में लगातार मूवमेंट कर रहे हैं. इसके लिए 50 से अधिक जवान सुबह 5 बजे से ही जंगल में नक्सलियों के खिलाफ लोहा लेने के लिए अलग-अलग इलाके में गश्ती कर रहे हैं.
''लगातार पुलिस को इनपुट मिल रहे थे कि नक्सली इधर सक्रिय हैं और मतदान में खलल डाल सकते हैं. पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो, इसके लिए पुलिस लगातार जंगलों में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है. हमारे 50 से अधिक जवान जंगल में सुबह से ही कैम्प कर पैसरा और सखौल के जंगलों में अलग-अलग गश्त कर रहे हैं.''- राज कुमार राज, एएसपी, नक्सल अभियान
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बिहार सरकार ने पंचायत चुनाव के लिए बिहार पुलिस के जवानों पर विश्वास जताते हुए पहले ही कहा था कोई बड़ी हिंसा नहीं होगी. हमारे बिहार पुलिस के जवान इसके लिए सक्षम हैं. उसका एक रूप मुंगेर जिले के पिछले दिनों हवेली खड़कपुर नक्सल प्रभावित इलाके में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में देखने को मिला. जहां एक भी बड़ी घटना घटित नहीं हुई .
बुधवार को नक्सल प्रभावित प्रखंड धरहरा की 13 पंचायतों में मतदान हुआ. उसमें भी किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी. मतदाता पंचायत की सरकार चुनने के लिए सुबह से ही मतदान केंद्रों पर निर्भीक होकर वोट देने पहुंच रहे हैं. इसमें महिलाओं और युवाओं की अधिक भागीदारी दिख रही है. मतदाताओं में उत्साह भी नजर आ रहा है. नक्सलियों का खौफ किसी के चेहरे पर नहीं है. नक्सलियों के गढ़ में शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव संपन्न हुआ.