मुंगेर : जिले में एनसीसी यानी नेशनल कैडेट कोर देश सेवा की प्रेरणा के लिए स्कूलों में नौवीं एवं दसवीं कक्षा के छात्रों का प्रशिक्षण चल रहा है. NCC जो छात्र ज्वाइन करते हैं वे एकता और अनुशासन पाठ तो पढ़ते ही हैं साथ ही उन्हें सेना नौकरी में भी कई फायदे मिलते हैं. एसएसबी द्वारा भर्तियों में सीधे शारीरिक क्षमता की परीक्षा में उन्हें शामिल होने का मौका मिलता है. उन्हें लिखित परीक्षा से नहीं गुजरना पड़ता है. साथ ही मेडिकल कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला के समय भी कई फायदे मिलते हैं.
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सेना में नौकरी की संभावना
एनसीसी तो स्कूल के नौवीं कक्षा के दौरान ज्वाइन कर सकते हैं. इस संबंध में आर्मी अधिकारी एमके सिंह ने बताया कि नौवीं एवं दसवीं क्लास के समय एनसीसी में प्रवेश लिया जा सकता है. एनसीसी के कैडेट देश में आपदा के समय सड़क पर लोगों के मदद के लिए खड़े रहते हैं. इन्हें डिजास्टर मैनेजमेंट के भी प्रशिक्षण दिया जाता है. देश सेवा के साथ-साथ सेना की नौकरी पाने का सुनहरा भविष्य एनसीसी में छात्रों को है. इसलिए छात्र जीवन से ही एनसीसी को अपनाना चाहिए . एकता और अनुशासन के साथ-साथ सेना में जाने की संभावना अधिक रहती है.
प्रमाण पत्र मिलने के बाद कई फायदे
एनसीसी ट्रेनिंग के बाद 3 ग्रेड के प्रमाण पत्र मिलते हैं. वर्ग नौवीं एवं दसवीं के समय प्रशिक्षण उपरांत A प्रमाण पत्र, टेन प्लस टू प्रशिक्षण उपरांत B प्रमाण पत्र और अंत में ग्रेजुएशन के समय प्रशिक्षण उपरांत C प्रमाण पत्र दिया जाता है. इसमें ए, बी, सी की ग्रेडिंग भी रहता है. अगर सी प्रमाण पत्र में ए ग्रेडिंग है तो उन्हें 100% सेना की नौकरी में सीधे बहाली मिलती है. एनसीसी का गठनएनसीसी का गठन राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम 1948 के तहत किया गया था. इसमें शामिल कैडेट को एकता और अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है.
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सीधे शारीरिक दक्षता परीक्षा में मौका
आर्मी के अधिकारी एम के सिंह ने बताया कि एनसीसी के कैडेट एकता और अनुशासन के साथ विपरीत परिस्थिति में देश की सेवा तो करते ही हैं साथ ही एनसीसी के कोर्स पूरा करने वाले कैडेट को कई तरह का लाभ सेना के नौकरियों में मिलती है. सेना के आर्मी, एयर फोर्स, नेवी में कई अंकों का बोनस भी दिया जाता है. एसएसबी एवं एनडीए द्वारा आयोजित परीक्षा में उन्हें लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती है .वह सीधे शारीरिक दक्षता परीक्षा में ही शामिल होकर नौकरी पा सकते हैं