मुंगेरः बिहार की सियासत (Bihar Politics) में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) अपने ठेठ और गंवई अंदाज के लिए जाने जाते हैं. कभी भैंस पर चढ़ जाना, काफिला रुकवाकर लोगों से मिलना जुलना, बच्चों को गोद में उठाकर चलने के साथ ही देहाती भाषा में बोलचाल के कारण वे मशहूर हैं. लालू यादव की की राह पर उनके बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी चल पड़े हैं.
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हुआ यूं कि तेजस्वी यादव इन दिनों मुंगेर के तारापुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर हैं. सोमवार को तेजस्वी टेटियाबम्बर पंचायत के विभिन्न गांवों का दौरा कर रहे थे. जब उनका काफिला टेटिया गांव में प्रवेश किया तो उन्होंने देखा कि गांव के बच्चे खेत पटवन के लिए बनाए गए नहर में बंसी के सहारे मछली पकड़ रहे हैं.
यह देखकर तेजस्वी से रहा न गया और काफिला रोककर बच्चों के पास पहुंच गए. उन्होंने बच्चों से बातचीत की. इसके बाद गांव के ही सुदामा से बंसी लेकर खुद मछली पकड़ने लगे. काफी देर तक पानी में बंसी को डूबोये रखा, इसके बाद एक छोटी मछली उनके बंसी में फंस गई. मछली फंसते ही लोग काफी हल्ला करने लगे और नारेबाजी भी शुरू कर दी. जिस बच्चे से तेजस्वी ने बंसी ली थी उसके पिता का नाम गणेश मांझी है.
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तेजस्वी ने इसके बाद सभी बच्चों के साथ फोटों भी खिंचवाई और पकड़ी गई मछली को लोगों को दिखाया भी. फिर वहां मौजूद पत्रकारों ने जब सवाल पूछा कि क्या अपने विरोधियों को भी ऐसे ही फंसाएंगे तो मुस्कुराकर आगे बढ़ गए. इसके बाद वे धान की फसल को घूम-घूमकर देखा. तेजस्वी के इस अंदाज की इलाके में चर्चा हो रही है.
बता दें कि तारापुर विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में आरजेडी ने अरुण साह को उम्मीदवार बनाया है. अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने के लिए तेजस्वी यादव चार दिन के क्षेत्र दौरे पर हैं. दौरा के तीसरे दिन उन्होंने टेटिया बंबर प्रखंड के 25 गांव का दौरा किया.