मुंगेर: एसपी लिपी सिंह ने बेहतर पुलिसिंग के लिए जिले में एसएचओ ऑफ द मंथ पुरस्कार की घोषणा कर अनूठी पहल की शुरुआत की है. गुरुवार को धरहरा थानाध्यक्ष रोहित सिंह को एसएचओ ऑफ द मंथ पुरस्कार देते हुए उन्होंने कहा कि इससे जिले के सभी थानेदारों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का जन्म होगा. जिले में अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगेगी. अधिक से अधिक कांडों का निष्पादन थानेदारों द्वारा किया जाएगा.
मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह द्वारा पुलिस पदाधिकारियों खासकर थानाध्यक्षों का मनोबल बढ़ाने, उत्साहवर्धन और प्रोत्साहन के उद्देश्य से एसएचओ ऑफ द मंथ जैसे नए अभियान की शुरुआत की गई. अगस्त महीने के एसएचओ ऑफ द मंथ का पुरस्कार धरहरा थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह को दिया गया. पुलिस अधीक्षक द्वारा अगस्त महीने में हथियारों की बरामदगी, देशी शराब, विदेशी शराब, फरारियों की गिरफ्तारी के कुछ मानक तय किए गए थे और इनकी समीक्षा के क्रम में धरहरा थाना का प्रदर्शन सर्वोत्कृष्ट पाया गया. धरहरा थाना द्वारा गिरफ्तारी और बरामदगी के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया गया था. इसलिए उन्हें महीने का उत्कृष्ट थानाध्यक्ष का पुरस्कार दिया गया.
पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए दिया जा रहा पुरस्कार
एसपी लिपि सिंह ने बताया कि थानाध्यक्ष स्तर के पदाधिकारियों को प्रोत्साहित करने, उनके मनोबल को बढ़ाने तथा एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है ताकि पुलिस पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ाया जा सके. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हर महीने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानाध्यक्ष को पुरस्कार दिया जाएगा.
एसपी की उम्मीदों पर खरा उतरने की करेंगे कोशिश
वहीं धरहरा थानाध्यक्ष रोहित सिंह ने बताया कि पुरस्कार पाकर वे काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि पहली बार इस तरह का पुरस्कार उन्हें दिया गया है. रोहित सिंह ने कहा कि पुलिस अधीक्षक महोदय के उम्मीदों पर खरा उतरने की भी पूरी कोशिश करेंगे. साथ ही आगे भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे. बता दें कि बीते अगस्त महीने में मुंगेर जिला में 1197 लीटर देसी शराब, 1783 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई. 19 हथियार और 67 गोलियां बरामद की गई. साथ ही 168 फरारियों की गिरफ्तारी की गई.