मुंगेरः आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने क्षेत्रीय पूर्णकालिक व प्रवासी कार्यकर्ता ऑनलाइन क्लास का आयोजन किया. ऑनलाइन वर्ग का उद्घाटन विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय सहमंत्री डा. कमल किशोर सिन्हा, आरएसएस के प्रांतीय शारीरिक प्रमुख मनोज कुमार, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सहसचिव प्रकाशचन्द्र जायसवाल, क्षेत्रीय बालिका शिक्षा संयोजिका कीर्ति रश्मि ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
इसका आयोजन मुंगेर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के वंदना कक्ष में किया गया. इसमें प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक ने भी शिरकत की. वहीं, प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने कार्यकर्ताओं को जूम एप, यूट्यूब और फेसबुक के माध्यम से संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सेवा कार्य सबसे बड़ा धर्म है. अपने अनुभवों का आदान-प्रदान करना और नई बातों को सीखना, अभ्यास वर्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा है. सेवा का भाव दर्शन, श्रवण और अध्ययन से आता है. जब हम किसी चीज को देखते, बातों को सुनते अथवा अध्ययन करते हैं तो हमारे अंदर सेवा भाव जागृत होता है. वहीं, कार्यकर्ताओं को सेवा प्राप्त करने की बजाए सेवा देने वाला बनने के लिए प्रेरिरत किया.
कोरोना काल में लोगो ने की जरुरतमंदो की सेवा
आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक ने संबोधित करते हुए कहा कि लोगों के अंदर वेदना और संवेदना दो भाव हैं. घटना और दुर्घटना देखकर मन में वेदना उत्पन्न होती है. लेकिन उन दुखों को दूर करना ही संवेदना है और ऐसा भाव सभी कार्यकर्ता के अंदर होनी चाहिए. कोरोना काल में कई लोगों को तिरस्कार और अपमानित भी होना पड़ा, फिर भी वे सेवा कार्य में लगे रहे. उन्होंने मानव के साथ पशु और पक्षियों की भी सेवा की. कभी-कभी सेवाकार्य में गलत अवधारणाएं भी जुट जाती हैं.
बिहार झारखंड के कार्यकर्ताओं ने लिया भाग
वहीं, वंदना सभा में भारत और चीन के बीच गलवान में हुई हिंसक झड़प में शहीद वीर सपूतों के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया. वहीं, दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इस कार्यक्रम में बिहार और झारखण्ड के लगभग 50 से अधिक पूर्णकालिक व प्रवासी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. कार्यक्रम का संचालन, मंचासीन अतिथियों का परिचय और धन्यवाद ज्ञापन भारती शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सहसचिव प्रकाशचन्द्र जायसवाल ने किया.